प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जिस कार में विस्फोट हुआ वह उस समय चल रही थी और बताया जा रहा है कि उसमें तीन लोग मौजूद थे। विस्फोट के बाद कार के पुर्जे चारों ओर बिखर गए। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि धमाका अचानक हुआ. विस्फोट के बाद घायलों को पास के लोकनायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल और अन्य चिकित्सा केंद्रों में भर्ती कराया गया।
गृहमंत्री अमित शाह देर शाम LNJP अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती घायलों तथा उनके परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों को घायलों के उपचार में पूरी तत्परता बरतने के निर्देश दिए। दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। प्रारंभिक जांच में विस्फोट के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन एक महत्वपूर्ण संकेत यह है कि मरने वालों के शरीर पर आमतौर पर विस्फोटों में देखे जाने वाले गंभीर जलने या काला पड़ने जैसे निशान नहीं मिले हैं। जांच एजेंसियां इस पहलू को गंभीरता से देख रही हैं, और विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह सामान्य आतिशी विस्फोट नहीं, बल्कि किसी विशेष प्रकार के विस्फोटक या तंत्र का संकेत हो सकता है। इसी आधार पर जांच इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है कि क्या यह एक संगठित आतंकी साजिश हो सकती है।
घटना के बाद शहर में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। सीमावर्ती इलाकों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और महत्वपूर्ण स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज, वाहन नंबर और डिजिटल सर्विलांस की मदद से जांच तेज कर दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इस घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जांच एजेंसियों को हर संभव संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। फिलहाल, जांच जारी है और सुरक्षा एजेंसियों के आधिकारिक बयान का इंतजार किया जा रहा है।
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