Bangladesh News : पड़ोसी देश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया था। इस घटनाक्रम के तीन दिन बाद कार्यवाहक सरकार के प्रमुख के रूप में नोबल प्राइज विनर यूनुस ने शपथ ग्रहण किया है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को देश में नए सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा गया है। देश में अराजकता की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
यूनुस ने जनता से की अपील, -अब कहीं भी कोई हमला न हो
मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की आवाम के नाम एक अपील जारी करते हुए कहा, “मैं सभी से शांत रहने की अपील करता हूँ। सभी प्रकार की हिंसा से दूर रहें।”
यूनुस ने जनता से आग्रह किया कि देश के पुनर्निमाण में उनका साथ दें। उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए गर्व का दिन है। हमने दूसरी बार आजादी हासिल की है और हमें इसे सुरक्षित रखना है। मोहम्मद यूनुस ने देश के सभी लोगों से आग्रह किया कि उनकी बात सुनें। यूनुस ने कहा कि यदि आपको मुझमें भरोसा है तो आप यह सुनिश्चित करें कि देश के कहीं भी किसी पर भी कोई हमला नहीं होगा। यह हमारी पहली जिम्मेदारी है। यदि मैं ऐसा नहीं कर पाया और आपने मेरी बात नहीं मानी तो मेरा यहां होने का कोई मतलब नहीं है।
पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम मोदी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारियां संभालने पर मेरी शुभकामनाएं। हम हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सामान्य स्थिति में जल्द से जल्द वापसी की उम्मीद करते हैं। भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।’
My best wishes to Professor Muhammad Yunus on the assumption of his new responsibilities. We hope for an early return to normalcy, ensuring the safety and protection of Hindus and all other minority communities. India remains committed to working with Bangladesh to fulfill the…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2024
अल्पसंख्यकों पर हो रहे हैं बांग्लादेश में भयंकर अत्याचार
Bangladesh News – बांग्लादेश में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। जब से शेख हसीना ने इस्तीफा देकर देश छोड़ा है तब से ही उनकी पार्टी अवामी लीग के नेता और समर्थक इधर-उधर छिप पर अपनी जान बचा रहे हैं। हमलावरों के निशाने पर वहां के अल्पसंख्यक हिंदू हैं। हिंदुओं को टारगेट किया जा रहा है और यहां तक कि हिन्दू महिलाओं के साथ रेप की कई घटनाएँ भी सामने आई हैं । आरक्षण के विरोध में जारी देशव्यापी आंदोलन में अब तक बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में मरने वालों की संख्या कम से कम 33 हो गई है। इसके अलावा सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। आंदोलन और हिंसा लगातार तेज़ हो रही है। प्रदर्शनकारी कई जगहों पर पुलिस बल के साथ हिंसक संघर्ष में आमने-सामने हैं। कई मंदिरों में आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं। लगातार कट्टरपंथी आंदोलन के नाम पर हिंदुओं पर अत्याचार कर रहे हैं। बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू सुरक्षित जगहों पर जाने की कोशिश कर रहे हैं। हिंदुओं के साथ-साथ हमलावर शेख हसीना की पार्टी के लोगों को भी अपना निशाना बना रहे हैं। होटलों तक पर हमले किए जा रहे हैं। लोग चौथी मंज़िल से कूदकर अपने हाथ पैरों के टूटने की परवाह किए बिना जान बचाने को मजबूर हैं।
हमलों के बीच जलपाईगुड़ी बॉर्डर पर 300 लोगों की भीड़
हमलों के बीच 300 बांग्लादेशी भारत के जलपाईगुड़ी जिले के पास इक्कठा हुए। वह भारत आने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन, बॉर्डर पर तैनात फोर्स ने उन्हें हटा दिया। सोशल मीडिया पर भी अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार वाली काफी सारी Bangladesh News Posts को देखा जा सकता है।
क्या हालात पर काबू कर पाएंगे मोहम्मद यूनुस
बांग्लादेश की राजनीति में लंबे वक़्त से शेख हसीना केंद्र रहीं। उनके देश छोड़ देने के बाद हालात किस ओर जाएंगे यह कहना किसी के लिए भी आसान नहीं है। बांग्लादेश में सियासी रुख क्या होगा? मोहम्मद यूनुस को लेकर विपक्षी दलों का रुख क्या होगा? यह स्थिति भी अभी साफ नहीं हो पाई है।
ये भी पढ़ें : Neeraj Chopra ने भाला फेंक में भारत के लिए रजत पदक जीता