महाराष्ट्र में सरकार : महाराष्ट्र में दो सप्ताह तक चले सियासी गतिरोध के बाद देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया। उन्होंने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस मौके पर उनके साथ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को शाम 5:30 बजे आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है।
फडणवीस का ‘स्पेशल थैंक्स’
देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत के दौरान एकनाथ शिंदे को “स्पेशल थैंक्स” देते हुए कहा, “मैंने कल एकनाथ शिंदे से मंत्रिमंडल में बने रहने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री का पद सिर्फ एक तकनीकी समझौता है। हमने हमेशा मिलकर फैसले लिए हैं और आगे भी लेंगे।”
शिंदे ने लौटाया ‘फेवर’
एकनाथ शिंदे ने भी फडणवीस की प्रशंसा करते हुए कहा, “ढाई साल पहले फडणवीस ने मेरा नाम मुख्यमंत्री पद के लिए सुझाया था। इस बार हमने उनका नाम सुझाया है।” शिंदे ने दो दिन पहले अपने गांव सतारा जाकर यह स्पष्ट किया था कि वह बीजेपी के फैसले में बाधा नहीं बनेंगे।
दो सप्ताह तक चला सस्पेंस
चुनाव नतीजों के बाद महाराष्ट्र में सरकार विशेष रूप से मुख्यमंत्री पद को लेकर दो सप्ताह तक सस्पेंस बना रहा। बीजेपी को 132 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिला था, लेकिन शिवसेना के शिंदे गुट ने अपने नेतृत्व के लिए जोर दिया। शिवसेना का दावा था कि महायुति की जीत में शिंदे सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की अहम भूमिका रही।
कैबिनेट पर असमंजस जारी
2022 में शिवसेना में विभाजन के बाद बीजेपी के साथ सरकार बनाने वाले शिंदे ने अभी यह साफ नहीं किया है कि वह नई सरकार का हिस्सा होंगे या नहीं। बीजेपी की प्रचंड जीत और अजित पवार के समर्थन के चलते सरकार बनाने में कोई मुश्किल नहीं है, लेकिन शिंदे का मंत्रिमंडल में शामिल होना या न होना आगे चलकर सियासी उथल-पुथल का कारण बन सकता है।
फडणवीस ने बताया कि कैबिनेट की संरचना पर फैसला आज शाम तक लिया जाएगा।
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