नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक 5 दिन पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के 7 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इन सभी को पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया था, जिससे वे नाराज थे।
इस्तीफा देने वाले विधायकों में शामिल हैं:
🔹 नरेश यादव (महरौली)
🔹 रोहित कुमार (त्रिलोकपुरी)
🔹 राजेश ऋषि (जनकपुरी)
🔹 मदन लाल (कस्तूरबा नगर)
🔹 पवन शर्मा (आदर्श नगर)
🔹 भावना गौड़ (पालम)
🔹 बीएस जूून (बिजवासन)
“आप” छोड़ने की वजहें
भावना गौड़ ने अपने इस्तीफे में अरविंद केजरीवाल पर सीधा निशाना साधते हुए लिखा, “मुझे अब आप पर विश्वास नहीं रहा।”
नरेश यादव, जो महरौली से विधायक थे, को पंजाब की एक अदालत ने दिसंबर में कुरान की बेअदबी मामले में दोषी ठहराया था और दो साल की सजा सुनाई थी। AAP ने उनकी जगह महेंद्र चौधरी को टिकट दिया, जिससे वे नाराज थे। अपने इस्तीफे में उन्होंने आरोप लगाया कि AAP अब भ्रष्टाचार मिटाने की जगह खुद भ्रष्टाचार में फंस चुकी है।
रोहित कुमार (त्रिलोकपुरी विधायक) ने कहा कि वे दलित और वाल्मीकि समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए AAP में आए थे, लेकिन पार्टी ने उनके हितों को नजरअंदाज कर दिया।
राजेश ऋषि (जनकपुरी विधायक) ने पार्टी पर “भ्रष्टाचार-मुक्त शासन और पारदर्शिता के मूल सिद्धांतों को त्यागने” का आरोप लगाया।
चुनावी समीकरण पर असर?
दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को मतगणना होगी। ठीक चुनाव से पहले 7 विधायकों का इस्तीफा AAP के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। उल्लेखनीय है भाजपा ने भी आम आदमी पार्टी की तर्ज पर ही लोक लुभावन वादों की झड़ी लगा दी है। ऐसी स्थिति में आप के साथ विधायकों का एक साथ पार्टी छोड़ना किसी भी दृष्टि से आप के लिए सही नहीं है और इसका लाभ भाजपा को मिल सकता है।
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