दिल्ली में शनिवार की रात 82 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चली थी जिससे कई सड़कों पर पेड़ गिर गए थे और वाहनों के गुजरने में बहुत परेशानी हुई। दिल्ली में मई महीने में हुई बारिश का 125 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। मई महीने में इस दौरान 2008 में सर्वाधिक 165 मिमी बारिश का रिकॉर्ड था जो वर्ष 2025 के मई महीने में 186.4 सेमी से टूट गया। बीते दिनों मात्र दो घंटे के अंदर 68 मिमी. बारिश हुई है जबकि मुंबई में मई महीने में बारिश का 107 साल का रिकॉर्ड टूटा है। दोनों महा्नगरों में सड़कों पर भारी जल जमाव देखा जा रहा है।
नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित अधिकतर सड़कों पर जल जमाव के कारण लोगों का चलना मुश्किल था। वहीं मुंबई में वर्ली में नवनिर्मित भूमिगत एक्वा लाइन मेट्रो स्टेशन में पानी भर गया है और मेट्रो ट्रेनों का परिचालन बंद करना पड़ा है। सोमवार को महानगर के अधिकतर क्षेत्रों में बारिश होती रही है और रात को 16 फीट ऊंची समुद्री लहरें उठने और निचले इलाकों में पानी भर जाने की चेतावनी जारी की गई है। वहां 16 दिन पहले ही सोमवार को मानसून पहुंच गया है।
सबसे चिंता की बात ये है कि मुंबई के प्राय: सभी अस्पतालों के पास जलभराव हो गया है और कोराना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। महाराष्ट्र में कोरोना के 209 एक्टिव मरीज पाए गए है जो देश में दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। दिल्ली में ये संख्या 104 है जो संक्रमितों की संख्या के मामले में तीसरे स्थान पर है। देश में कोरोना के सर्वाधिक 430 मामले केरल में सामने आए हैं। मौसम बदलने के साथ जिस तरह से तापमान गिरा है इससे कोरोना के फैलाव की आशंका और बढ़ गई है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही पोलिटिकल बाजार ने कोराना के बढ़ रहे मामलों पर सावधान किया था। बारिश की वजह संक्रमितों की जांच नहीं पा रही है जिससे संपर्क में आने वाले लोगों में संक्रमण फैलने की आशंका और बढ़ गई है।
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