पैंतीस हजार की क्षमता वाले चिन्नास्वामी स्टेडियम में अपने चहेते खिलाड़ियों की झलक पाने के लिए 3 लाख से अधिक युवाओं की भीड़ जमा हो गई। सभी स्टेडियम में घुसने का प्रयास करने लगे। इस दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि स्टेडियम के गेट छोटे थे। आरसीबी के फैंस ने गेट तोड़ दिए। उसी दौरान भगदड़ मची जिसके बाद ये हादसा हुआ। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हादसे के लिए क्रिकेट एसोसिएशन को जिम्मेदार ठहराया है। सरकार की ओर से सभी मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही सभी घायलों को मुफ्त इलाज करने की भी बात कही गई है। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार और क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से विक्ट्री परेड का आयोजन किया गया था। इतनी भीड़ होगी और ऐसा हादसा हो जाएगा ऐसी किसी को उम्मीद नहीं थी।
हादसे को लेकर सरकार की हो रही आलोचना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे हादसे होते रहते हैं। उन्होंने प्रयागराज में कुंभ के दौरान मची भगदड़ और लोगों की मौत का उदाहरण दिया और कहा कि ऐसे मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
बताया जाता है कि भीड़ में कुछ लोग स्टेडियम के गेट नंबर एक के पास नाले पर बने अस्थाई स्लैब पर खड़े होकर टीम के खिलाड़ियों को देखने के लिए इंतजार कर रहे थे। इसी गेट से खिलाड़ियों के बस के प्रवेश करने की उम्मीद थी। वहां भीड़ बढ़ती गई। अधिक लोगों का वजन पड़ने के कारण स्लैब टूट गया, जिससे अफरा-तफरी मची जो भगदड़ में बदल गई और ये हादसा हो गया। बताया जाता है कि वहां पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
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