रूस के दागिस्तान में आतंकी हमला
रूसी शहर दागिस्तान(Dagestan) में बड़ा आतंकी हमला हुआ है. यहां के एक प्रार्थनाघर और एक चर्च और एक पुलिस चौकी पर बंदूकधारी आतंकियों ने हमला बोल दिया. आतंकियों के हमले में कम से कम 7 पुलिस अधिकारी मारे गए हैं.. दागिस्तान में आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने यह जानकारी दी. पुलिस इस घटना को अलगाववादी हिंसा के तौर पर देख रही है. आतंकी हमले में शामिल दो आतंकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
चर्च, प्रार्थना घर, पुलिस को बनाया निशाना
न्यूज एजेंसियों के मुताबिक आतंकवादियों ने दागिस्तान में प्रार्थना घर और चर्च और पुलिस को निशाना बनाया है.यह इलाका मुख्य रूप से मुस्लिम बहुल उत्तरी काकेशस का इलाका है, जहां प्राचीन यहूदी समुदाय के लोग रहते हैं. आतंकियों ने दागिस्तान की राजधानी माखचकाला में पुलिस चौकी पर भी हमला बोला, जो यहां से लगभग 125 किलोमीटर (75 मील) दूर है. स्थानीय लोगों के मुताबिक आतंकी हमले के बाद प्रार्थना घर में आग लग गई और चर्च से भी धुआं उठता हुआ दिखाई दिया.
चर्च पर हमले में पादरी की मौत
डर्बेंट में चर्च पर हुए हमले में एक पादरी की मौत हो गई. इससे पहले, एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने दावा किया था कि हमलावरों ने उनका गला काट दिया था. डर्बेंट में पुलिस अधिकारियों पर हमले का वीडियो सामने आया है. वीडियो मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में तेज़ गोलियों की आवाज़ सुनी जा सकती है, जिसमें कई पुलिस कारें सड़क पर खड़ी दिख रही हैं. रूसी पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की है.
दो आतंकी मारे गए
रूसी समाचार एजेंसियों के अनुसार देश के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने बताया कि दो हमलावरों को गोली मार दी गई है. डर्बेंट में हमलावरों को पहले एक कार में भागते हुए देखा गया था. दागिस्तान के प्रमुख सर्गेई मेलिकोव ने कहा, ‘रविवार रात डर्बेंट और माखचकाला में अज्ञात लोगों ने सार्वजनिक स्थिति को अस्थिर करने का प्रयास किया. दागिस्तान के पुलिस अधिकारी उनके रास्ते में खड़े थे. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उनमें से कुछ हताहत हुए हैं. सभी सेवाएं निर्देशों के अनुसार काम कर रही हैं… हमलावरों की पहचान की जा रही है. कसूत्रों ने बताया कि दागिस्तान हाल के वर्षों में हिंसा कम हो गई थी. इस क्षेत्र में कभी भी उस तरह का संघर्ष नहीं हुआ जैसा कि पड़ोसी रूसी गणराज्य चेचन्या में हुआ, जहां रूसी सेना और अलगाववादियों ने एक ही समय दो क्रूर युद्ध लड़े थे. बताया धर्म की आड़ में यह हमला किया गया है.