Hathras Case: SIT ने रिपोर्ट सौंपी, जानें कथित बाबा का नाम FIR में क्यों नहीं?

Hathras में हुई भगदड़ की रिपोर्ट यूपी सरकार की विशेष जांच दल (SIT) ने सौंप दी है। इसमें 128 गवाहों के बयान दर्ज हैंं। इसमें सत्संग में आए श्रद्धालुओं से लेकर वहां ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों तक के बयान शामिल हैं। एसआईटी ने माना है कि अगर कथित बाबा नारायण साकार हरि (Narayan Sakar Hari) उर्फ भोले बाबा या उसके सहयोगी चाहते तो यह भगदड़ नहीं होती।

Written By : दीक्षा शर्मा | Updated on: July 9, 2024 5:40 pm

Hathras Case :UP के Hathras में सत्संग में हुई भगदड़ से 121 मौतों से संबंधित रिपोर्ट यूपी एसआईटी (SIT) ने शासन को सौंप दी है। CM Yogi Adityanath के निर्देश पर बनी एसआईटी ने माना कि सत्संग में मची भगदड़ का मुख्य कारण अत्यधिक भीड़ थी । रिपोर्ट में 128 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। इसमें सत्संग में आए श्रद्धालुओं से लेकर वहां ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों तक के बयान शामिल हैं।

एसआईटी रिपोर्ट एडीजी आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ (ADG, Anupam Kulshrestha) और अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी (Commissioner Chaitra V) ने तैयार की है। रिपोर्ट राज्य के गृह विभाग को सौंप दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगे की कार्रवाई करेंगे।

Hathras कांड के FIR में क्या लिखा?

Hathras ‘सत्संग’ में भगदड़ के दौरान हुई मौतों के मामले में दर्ज की गई FIR में कहा गया था कि ‘सत्संग’ के आयोजकों ने 80,000 से अधिक लोगों को जुटाने की अनुमति मांगी थी ।लेकिन 2.5 लाख की भीड़ इकट्ठा हो गई। 2 जुलाई के कार्यक्रम के मुख्य आयोजक देवप्रकाश मधुकर सहित कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, कथित संत नारायण साकार हरि को FIR में आरोपी नहीं बनाया गया है। भगदड़ के बाद से ही वह फरार है।

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कैसे मची भगदड़ ?

रिपोर्ट के अनुसार, भगदड़ तब शुरू हुई जब ‘भोलेबाबा’ जा रहा था। उसी समय उसके अनुयायी उसकी कार के टायरों से उड़ी धूल को इकट्ठा करने के लिए पीछे दौड़े। इसके बाद उसके सिक्योरिटी गार्डों ने अनुयायियों को धक्का देना शुरू कर दिया। इससे कुछ लोग गिरकर कुचल गए। अफरातफरी मची तो काफी लोग मैदान की तरफ भागने लगे। लोग एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में गिरने लगे और भीड़ उनको कुचलते हुए आगे दौड़ती रही। देखते ही देखते हर ओर लाशें बिछ गयी।

बाबा के वकील ने बताया इस घटना को साजिश

नारायण साकार हरि के वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि कथित संत जांच में सहयोग करने और सामने आने के लिए तैयार है। हालांकि, उन्होंने इस भगदड़ को एक साजिश करार दिया है। एपी सिंह ने दावा किया कि अज्ञात लोगों ने कार्यक्रम में जहर छिड़का था जिससे भगदड़ मची।

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