Asaram Bapu को मिली पैरोल: जोधपुर सेंट्रल जेल में नाबालिग से रेप के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम बापू (Asaram Bapu) को आखिर 7 दिन की पैरोल मिली है। ये बीते 11 सालों में पहली बार है, जब उसे जमानत दी जा रही है। बता दें कि कोर्ट ने महाराष्ट्र के पुणे में एक आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में इलाज कराने के लिए पैरोल पर बेल दी है। दरअसल सांस एवं अन्य गंभीर परेशानियों का सामना कर रहे आसाराम पिछले 4 दिन से जोधपुर के एम्स अस्पताल में भर्ती था। लेकिन उसने अपनी जमानत याचिका में आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट की बात को शामिल किया। इसी बात पर कोर्ट पैरोल के लिए राजी हो गया।
आसाराम सितंबर 2013 से ही जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद है। पिछले 11 साल के दौरान सैकड़ों बार कोर्ट में अलग-अलग ग्राउंड पर जमानत याचिका लगाने के बावजूद एक बार भी जमानत को स्वीकार नहीं किया। हेल्थ इश्यू आने के बाद जेल में ही इलाज किया गया था । गंभीर बीमारियां होने पर आसाराम को जोधपुर एम्स अस्पताल में कड़ी पुलिस सुरक्षा में भर्ती किया गया।
जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर भक्तों का सैलाब
बता दें कि 25 अप्रैल 2018 को पोक्सो कोर्ट ने नाबालिग अनुयायी से रेप और यौन शोषण का आरोप लगाते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी। देश-विदेश से आने वाले उसके भक्त और अनुयायी गुरु पूर्णिमा के समय बड़ी संख्या में जोधपुर सेंट्रल जेल के बाहर जमा होते हैं। किसी को भी उससे मिलने की अनुमति नहीं दी जाती। ऐसे में दीवारों को ही गुरु मानते हुए लोग पूजा पाठ करते हैं। तिलक लगाते हैं और छूकर माथा टेकते हैं। इतना ही नहीं आसाराम को पैरोल देने के लिए कई बार उनके अनुयायी प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
कई बार खटखटाए कोर्ट के दरवाजे
आसाराम ने हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सभी जगह ज़मानत की कोशिश की और पिछले 11 सालों में 15 से ज्यादा अर्जियां भी लगाई। इस बीच कोर्ट में कई दिग्गज वकीलों ने आसाराम की पैरवी की लेकिन एक दिन की भी राहत आसाराम को नहीं मिल सकी। सेंट्रल जेल के दरवाजे कुछ ऐसे बंद हुए कि अब जाकर आसाराम को बाहर आने का मौका मिला है।
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