मालिवाल मंगलवार को दोपहर 12 बजे प्रेस कांफ्रेस करने वाली थी लेकिन उसे रद कर दिया गया। बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ( AAP leader and MP Sanjay Singh) ने स्वीकार किया कि स्वाति के साथ दुर्व्यवहार किया गया। मुख्य मंत्री ने इसका गंभीरता से संज्ञान लिया है और उनके साथ ऐसा आचरण करने वाले के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि सांसद के हस्ताक्षर के मिली शिकायत के बिना वह कोई जांच नहीं कर सकती। कल वह थाने गईं थीं लेकिन बिना रिपोर्ट लिखाये ही लौट आई और यह कहा कि वह फिर आएंगी। स्वाति ( Swati Maliwal) पूर्व में दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission for Women) की अध्यक्ष रह चुकी हैं।
कब पुलिस को फोन किया
अभी तक जो सूचना मिली है उसके अनुसार स्वाति मालिवाल ( Swati Maliwal) ने सुबह पीसीआर को फोन किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास में उनके संकेत पर मेरे साथ मारपीट की गई। यह हमला मुख्य मंत्री के पूर्व सहयोगी विभव ( bibhav) ने किया। सूचना पर एक एसएचओ के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्वाति मालिवाल से कहा गया कि वह थाने मे एफआईआर दर्ज करायें। वह ऑटो से सिविल लाइंस थाने गईं लेकिन उनके इस बीच उनके पास लगातार वापस आने के लिए फोन आ रहे थे। वह थाने में थोड़ी देर रुकीं और बिना कोई शिकायत दर्ज कराये,यह कहते हुए लौट गईं कि वह फिर आएंगी।
कैसे हुई घटना
जैसी कि सूचना मिली है। वह सुबह नौ बजे के आसपास मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचीं। वह अंदर जाना चाहती थीं लेकिन उन्हें बाहर रोक दिया गया। वह जब फिर अंदर जाने लगीं तो उनके साथ मारपीट की गई। पुलिस देर रात तक उनके शिकायत दर्ज कराने का इंतजार करती रही। लेकिन वह नहीं आईं। पुलिस इस बात पर कानूनी राय ले रही है कि क्या डीडी में दर्ज शिकायत और पीसीआर काल के आधार पर कोई जांच की जा सकती है कि नहीं। पीसीआर काल मे स्वाति ने जो कहा है वह रिकार्ड किया गया है जिसे डेली डायरी मे भी दर्ज किया गया है।
लोगों की निगाहें लगीं, अब क्या होगा
विभव और स्वाति मालिवाल एनजीओ के समय से अरविंद केजरीवाल के साथ रहे हैं। फिर अचानक क्या हो गया जो नौबत मारपीट तक पहुंच गई। जिसने भी सुना उसे यकीन नही हुआ। अब देखना है कि यह मामला कहां तक पहुंचता है। पुलिस अभी तक कोई कदम नहीं उठा सकी है। वह बिना अनुमति मुख्यमंत्री आवास में नहीं जा सकती।