Bhojshala ASI Survey: ASI ने सौंपी HC को रिपोर्ट, जानें क्या है हिंदू-मुस्लिम मामला

Bhojshala ASI Survey : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने मध्य प्रदेश के धार (Dhar) जिले में स्थित भोजशाला के सर्वे की रिपोर्ट सोमवार 15 जुलाई को इंदौर हाईकोर्ट की बैंच को सौंप दी है। आगे की सुनवाई 22 जुलाई को होगी।

Written By : दीक्षा शर्मा | Updated on: July 15, 2024 9:48 pm

Bhojshala ASI Survey : मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित भोजशाला को लेकर काफी समय से विवाद चला रहा है। हिंदू और मुस्लिम दोनों ही इसे अपना-अपना धर्मस्थल मानते हैं । अपना पक्ष मजबूत करने के लिए ‘हिंदू फ्रंट ऑफ जस्टिस’ ने इंदौर हाईकोर्ट में 11 मार्च को एक याचिका लगाई थी। इसके बाद हाईकोर्ट ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को भोजशाला परिसर का निरीक्षण कर 6 सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा था। बाद में इसका समय और बढ़ाया गया। 15 जुलाई, शुक्रवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने 2 हजार पन्नों की एक रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपी है। कोर्ट ने आगे की सुनवाई के लिए 22 जुलाई का समय दिया है।

हिंदू पक्ष मजबूत, सुप्रीम कोर्ट जाने को तैयार 

हिंदू फ्रंट ऑफ जस्टिस के वकील एडवोकेट विष्णु शंकर जैन (Vishnu Shankar Jain) के अनुसार, भोजशाला मामले में हिंदुओं का पक्ष मजबूत है। ये एक हिंदू मंदिर है, जिसका उपयोग काफी समय से मस्जिद के रूप में हो रहा है। ये हिंदुओं के मौलिक अधिकारों का हनन है। ASI (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) को भी स्टडी के दौरान हिंदुओं के पक्ष में कई सबूत मिले हैं।

Bhojshala ASI Survey की रिपोर्ट सार्वजनिक करने पर रोक

Bhojshala ASI Survey की रिपोर्ट जो ASI ने हाईकोर्ट को सौंपी है , उसकी एक-एक कॉपी कोर्ट ने दोनों पक्षों को दी है। कोर्ट ने दोनों ही पक्षों से कहा कि वे इसे सार्वजनिक न करें। दावा किया गया है कि खुदाई के दौरान पुरानी मूर्तियों के अवशेष और धार्मिक चिह्न मिले हैं। उन्होंने कहा कि एएसआई का यह सर्वे 98 दिन बिना छुट्टी के चला। एएसआई की रिपोर्ट 2000 से अधिक पेज की है। एएसआई की टीम ने भोजशाला और इसके आसपास के 50 मीटर के दायरे में यह सर्वे किया है। टीम के साथ मजदूरों और हिंदू-मुस्लिम पक्षकार को अंदर जाने की अनुमति थी।  ASI के अधिकारियों ने भोजशाला सर्वे की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी कराई है। ये फोटोज विडियोज भी कोर्ट के सामने पेश किए गए हैं।

क्या है पूरा मामला ?

मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित भोजशाला को लेकर हिंदू और मुस्लिमों में काफी समय से विवाद चल रहा है। भोजशाला का निर्माण 11वीं सदी का माना जाता है। हिंदू इसे देवी सरस्वती की मंदिर मानते हैं । वहीं मुस्लिम इसे कमाल मौला की मस्जिद मानते हैं । जहां हर मंगलवार और बसंत पंचमी पर हिंदू यहां देवी सरस्वती की पूजा करते हैं । वहीं हर शुक्रवार को मुस्लिम समाज के लोग यहां नमाज अदा करते हैं। भोजशाला को लेकर कईं बार विवाद की स्थिति भी बन चुकी है।

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