प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभाओं में कहा कि “बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी, तो राज्य फिर अराजकता और भ्रष्टाचार के उसी दौर में लौट जाएगा। मोदी ने विपक्षी आरजेडी पर हमला बोलते हुए कहा कि “लालू यादव के ‘जंगलराज’ को अब जनता कभी वापस नहीं आने देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि मुख्यमंत्री पद के लिए आरजेडी के नेता का नाम हो। बिहार चुनाव में आरजेडी ने कट्टा रखकर सीएम पद चोरी कर लिया।
इस बीच, महागठबंधन ने भी अपने प्रचार को अंतिम दौर में और तेज कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भागलपुर और नवादा में आयोजित रैलियों में कहा कि “बिहार को आज रोजगार, शिक्षा और कानून-व्यवस्था की ज़रूरत है, न कि झूठे वादों की।” उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “बिहार को पिछले दस सालों में जितना वादा किया गया, उतना विकास नहीं हुआ।”
प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सहारसा और लखीसराय में जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की समस्याओं और बेरोजगारी के मुद्दों को उठाया और कहा कि “महागठबंधन सत्ता में आया तो बिहार को एक संवेदनशील और जवाबदेह सरकार मिलेगी।”
इधर, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने दानापुर में अपने उम्मीदवार रीतलाल यादव के समर्थन में प्रचार किया, वहीं जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने अपने क्षेत्र में मोर्चा संभाला। भाजपा, जेडीयू और अन्य घटक दलों के स्टार प्रचारक लगातार जनसभाओं और रोड शो के माध्यम से मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं।
पहले चरण में 6 नवंबर को राज्य की 121 सीटों पर मतदान होना है। निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों में सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ शांतिपूर्ण मतदान की तैयारी पूरी कर ली है। दोनों गठबंधनों की ओर से प्रचार अब अपने चरम पर है और नेताओं की कोशिश है कि मतदान से पहले मतदाताओं के मन को अपने पक्ष में किया जा सके।
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