पंजाब में बिहारी छात्रों पर हमला हुआ है।स्थानीय छात्रों ने बिहार के छात्रों की चुन चुन कर पिटाई की है। घायल छात्रों का आरोप है की उन्हें विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों ने बचाने की जगह स्थानीय छात्रों की तरफ से होकर पीटा। छात्रों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगायी है।
काशी यूनिवर्सिटी प्रबंधन पूरे मामले की लीपा पोती करने में जुटा है। यूनिवर्सिटी के कुलपति ने इस पूरे प्रकरणके पीछे बिहार के ही छात्रों के दो गुटों के बीच का झगडा बताया है, जिसमें एक गुट ने 11ड्ज़ज़मसे छात्रों की मदद लेकर दूसरे गुट पर हमला किया। पीड़ित छात्रों का कहना है पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की, हमलावरों पर एक्शन लेने की जगह पुलिस उन्हें ही गिरफ्तार कर रही है। बिहार के छात्रों का कहना है कि ऐसा पिछले पांच दिनों से हो रहा है। अब तक दो दर्जन से ज्यादा छात्रों की पिटाई हो चुकी है।
यूनिवर्सिटी के कुलपति का कहना है की इस मामले में जो भी छात्र शामिल होंगे उन्हें यूनिवर्सिटी से बाहर किया जायेगा। इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने छात्रों पर हमले की इस घटना की तीव्र निंदा की है और पंजाब सरकार से छात्रों को सुरक्षा देने की मांग की है। इस बीच बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर पंजाब के मुख्य सचिव से बातचीत की है और वहाँ के मुख्य सचिव ने स्थिति नियंत्रण में होने की बात कही है।
बताया जा रहा है कि बिहारी छात्रों पर हमला मामले में यूनिवर्सिटी ने प्रशासन से कानूनी कारवाई नहीं करने की अपील की है। घटना का कर बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ था जिसके लिए छात्रों ने आपस में चंदा जुटाया था। चंदे के हिसाब को लेकर दो गुटों में विवाद हुआ जिसके बाद मामला इस स्तर तक जा पहुंचा।
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