नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। हालांकि, दक्षिण दिल्ली की कालकाजी सीट से जीत दर्ज करने वाली आतिशी ने कहा कि पार्टी इस हार को स्वीकार करती है, लेकिन BJP के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
आतिशी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “जनता के फैसले को हम स्वीकार करते हैं। मैंने चुनाव जीता है, लेकिन यह जश्न मनाने का वक्त नहीं है, बल्कि BJP के खिलाफ संघर्ष को जारी रखने का समय है।”
केजरीवाल और सिसोदिया की हार के बावजूद आतिशी ने बचाई सीट
दिल्ली में इस चुनाव में AAP को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जैसे दिग्गज नेता भी अपनी सीटें नहीं बचा पाए। इसके बावजूद, आतिशी ने BJP के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी।
आतिशी, जो 2020 में भी इसी सीट से जीती थीं, इस चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बनीं थीं। अरविंद केजरीवाल ने जब दिल्ली की शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में ज़मानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था, तब आतिशी को उनकी जगह मुख्यमंत्री बनाया गया था।
दिल्ली में BJP की 28 साल बाद वापसी
दिल्ली में 28 साल के लंबे इंतजार के बाद BJP की सरकार बनना तय हो गया है। चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी अब तक 17 सीटें जीत चुकी है और 30 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
AAP, जिसने 2012 में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और 2013 में कांग्रेस की 15 साल पुरानी सरकार को सत्ता से बाहर किया था, अब महज 11 सीटों पर सिमट गई है।
वहीं, कांग्रेस की स्थिति और भी खराब हो गई है। 2015 और 2020 की तरह इस बार भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली, यानी पार्टी ने लगातार तीसरी बार शून्य पर सिमटने की “हैट्रिक” पूरी कर ली है।
PM मोदी ने BJP की जीत को बताया “अच्छे शासन और विकास” की जीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी की जीत को “विकास और सुशासन की जीत” करार दिया। उन्होंने कहा कि “दिल्ली की जनता ने अच्छे शासन को चुना है। यह जनता की आशाओं और आकांक्षाओं की जीत है।”
अब देखने वाली बात यह होगी कि BJP दिल्ली में नई सरकार कैसे बनाती है और AAP अपनी सियासी जमीन दोबारा कैसे मजबूत करती है।
यह भी पढ़े: हथकड़ियों में जकड़ भारतीय लौटे अमेरिका से, विपक्ष ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल