बीपीएससी विवाद: प्रशांत किशोर दर्ज कराएंगे पुलिस पर FIR

प्रशांत किशोर ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन में पुलिस लाठीचार्ज को बताया गलत, पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही.।

Written By : MD TANZEEM EQBAL | Updated on: December 30, 2024 4:55 pm

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुए विवाद में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस पर पलटवार किया। उन्होंने घोषणा की कि वह पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे और कोर्ट का रुख करेंगे।

प्रशांत किशोर ने कहा, “हमें जानकारी मिली है कि हमारे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि अब हम पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। हम कोर्ट जाएंगे।”

उन्होंने गांधी मैदान में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज और पानी की बौछार की कड़ी निंदा की। किशोर ने कहा, “पुलिस चाहती तो छात्रों को शांति से समझा कर हटा सकती थी। यह तरीका पूरी तरह गलत है।”

प्रदर्शन नहीं रुकेगा: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि छात्रों को न तो बल प्रयोग से डराया जा सकता है और न ही लाठीचार्ज करके रोका जा सकता है। उन्होंने कहा, “यह (लाठीचार्ज) पूरी तरह गलत है। जो भी इस गलती के जिम्मेदार हैं, उन्हें माफ नहीं किया जाएगा। जब तक हम यहां हैं, पूरी ताकत से उनके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। प्रदर्शन रुकने वाला नहीं है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज हम पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेंगे और इसे मानवाधिकार आयोग तक ले जाएंगे। छात्रों को डरा-धमकाकर या उन पर एफआईआर दर्ज करके रोका नहीं जा सकता।”

सरकार पर हमला
प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “प्रशासन को पहले से सूचना दी गई थी। सरकार कहती है कि उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी, लेकिन यह पूरी तरह गलत है। गांधी मैदान एक सार्वजनिक स्थान है। प्रदर्शन करने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।”

क्या है मामला?
रविवार को गांधी मैदान में बीपीएससी अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। इसके बाद बिहार पुलिस ने 600-700 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिनमें प्रशांत किशोर भी शामिल हैं। इन पर बिना अनुमति सभा करने, लोगों को उकसाने और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप लगाए गए हैं।

प्रशांत किशोर ने सरकार और प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए कहा कि वह छात्रों के समर्थन में मजबूती से खड़े रहेंगे और उनके हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

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