बाद में इजरायल के बाद ईरान भी युद्ध विराम के लिए सहमत हो गया। इस तरह अब दोनों तरफ से हमले बंद हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इजरायल और ईरान के बीच युद्ध विराम कराने में कतर का भी बहुत बड़ा हाथ है। उल्लेखनीय है कि ईरान ने सोमवार को अमेरिका के कतर स्थित एयरबेस पर मिसाइल हमले किए थे। ये बताया गया था कि ईरान ने इन मिसाइल हमलों से पहले अमेरिका को इन हमलों को सूचना दे दी थी इसलिए इन मिसाइल हमलों से अमेरिका को कोई नुकसान नहीं हुआ और इसी के बाद अमेरिका दोनों देशों के बीच युद्ध विराम कराने के लिए आगे आया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 3 बजकर 32 मिनट पर इसकी घोषणा की और कहा कि अगले 24 घंटे में युद्ध बंद हो जाएगा, लेकिन ईरान ने इसे मानने से इनकार कर दिया। ईरान के विदेश मंत्री अरागची ने ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिय प्लेटफार्म X पर लिखा कि इस तरह की कोई सहमति नहीं बनी है। यदि इजरायल ईरान के समय के अनुसार सुबह 4 बजे तक ईरान की जनता के खिलाफ हमला रोक देता है तब ईरान जवा्बी कार्रवाई नहीं करेगा। ईरान हमले रोकने का फैसला बाद में करेगा।
इसके बाद भी दोनों तरफ से हमले जारी रहे। इजरायल ने ईरान के रडार साइट्स पर हमले किए। जवाब में ईरान ने हमले में तेल अवीव के आसपास के इलाकों में मिसाइलें दागकर बहुत नुकसान पहुंचाया। ट्रंप की घोषणा सिर्फ कागजी रह गई। बाद में ट्रंप ने मीडिया के सामने आकर युद्ध विराम के उल्लंघन की बात स्वीकार की और फिर इजरायल और ईरान दोनों को इस उल्लंघन के लिए झड़प भी लगाई। फिलहाल दोनों देशों की ओर से एक दूसरे पर गोले बरसने बंद हो गए हैं। बताया जाता है कि कतर ने ईरान को युद्ध विराम के लिए राजी किया।
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