चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच होगा। दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को 50 रन से हरा दिया। दोनों टीमों के बीच फाइनल मुकाबला 9 मार्च को दुबई में खेला जाएगा। ये देखना बहुत रोमांचक होगा कि क्या भारत 25 साल पहले न्यूजीलैंड के हाथों मिली इसी फाइनल मुकाबले की हार का बदला ले पाएगा?
न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 362 रन बनाए। इसमें केन विलियमसन और रचिन रवींद्र के शतक शामिल हैं। रचिन ने 13 चौके और एक छक्के की मदद से मात्र 101 गेंदों में 108 रन बनाए। रचिन को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। इसके बाद विलियमसन 94 गेंदों पर 102 रन बनाकर आउट हुए। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 164 रनों की साझेदारी की। केन विलियमसन ने अपने इस शतक की बदौलत क्रिकेट के तीनों प्रारूप मिलाकर 19 हजार रन पूरे कर लिए। इस तरह वे सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा और विराट कोहली जैसे महान बल्लेबाजों की सूची में शामिल हो गए। न्यूजीलैंड की तरफ से इन दो बल्लेबाजों के शतक से मिले मजबूत आधार का लाभ ये हुआ कि अंतिम 10 ओवरों में फिलिप्स ने मात्र 27 गेंदों में 49 रन ठोंक डाले और नाबाद रहे। मिचेल ने भी 37 गेंदों में 49 रन बनाए। न्यूजीलैंड का 362 रन चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास का सर्वाधिक रन है।
जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो कुछ समय तक ऐसा लग रहा था कि मुकाबला कांटे का होगा लेकिन निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 312 रन ही बना सकी। दक्षिण अफ्रीका की ओर से डेविड मिलर ने 67 गेंदों में नाबाद 100 रन बनाए जो कि चैंपियंस ट्रॉफी का सबसे तेज शतक है।
यहां ये उल्लेखनीय है कि न्यूजीलैंड की ये टीम इससे पहले हुए लीग मुकाबले में भारत से हार चुकी है और भारत को फाइनल मुकाबला पाकिस्तान में नहीं बल्कि दुबई में खेलना है। भारतीय टीम ने दुबई में अब तक अपने सभी मैच जीते हैं।
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