Fake Certificate मामले में यूपी एटीएस ने आज 25 अगस्त को राहत की सांस लेते हुए ग्राम विकास अधिकारी की आईडी से बने 19,184 फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के मामले में मुख्य आरोपी 25 हजार का इनामी बदमाश रविकेश को लखनऊ से गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई। यूपी एटीएस कई दिनों से आरोपी की तलाश में थी, इससे पहले 2 अगस्त 2024 को कुल 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। आरोपी रविकेश ने बताया कि देशभर में अब तक चार लाख मृत्यु – जन्म के Fake Certificate बनाए गए हैं और इसके लिए उसने आज से 2 साल पहले वर्ष 2022 में सरकारी वेबसाइट की नकल करके दो फर्जी वेबसाइट बनाई और यूपी बिहार के लड़कों को पैसों की लालच में फँसाकर गैंग तैयार कर ली।
आरोपी का कबूलनामा
एटीएस की पूछताछ में आरोपी रविकेश ने बताया कि वर्ष 2022 में उसने वेबसाइट www.crs.gov.in और 2023 में वेबसाइट www.thedashboard.in बनाई और फेसबुक के जरिए यूपी बिहार के कई लड़कों को पैसों का लालच देकर गैंग में शामिल कर लिया। आगे पूछताछ में आरोपी रविकेश ने बताया,कि 2 साल में लगभग 4100 यूजर वेबसाइट में हो गए जिसमें से 1500 एक्टिव यूजर थे। इन्हीं यूजर्स से उसे रोजाना अच्छी आमदनी हो रही थी, लगभग 2 से 3 हजार रुपए प्रतिदिन। सब कुछ अच्छा चल रहा था, वह आराम से फर्जी सर्टिफिकेट का धंधा चला रहा था।
आरोपी की फोटो

सरकारी वेबसाइट से मिली मान्यता
दो साल पहले वर्ष 2022 में उसे जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाली सरकारी वेबसाइट से यूजरनेम और पासवर्ड भी मिलने लगा, जिसके जरिए उसके मन में ओर लालच आ गया और वह गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर अब तक हजारों मृत्यु व जन्म-प्रमाण पत्र बना चुका है।
पहले से गिरफ्तार 17 आरोपियों के नाम
आरोपी: विजय सिंह यादव,जीशान खान, सोहेल, रियाज खान, गोविंद केसरी, आकाश कसौधन, सलमान अली उर्फ सलमान गुरु, संजीव कुमार सिंह, वैभव उपाध्याय, शाहनवाज, आरिफ अली, शहनवाज,धीरज कुमार, राजन उर्फ़ देवमणि, नीरज,अरमान और सतीश कुमार सोनी
यूपी एटीएस का बयान
यूपी एटीएस ने बयान जारी करते हुए कहा कि ग्राम विकास अधिकारी की आईडी से बने फर्जी मृत्यु- जन्म प्रमाण पत्र मामले में उन्हें अन्य संदीग्धों की तलाश है, जिसके लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
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