Cyber Crime: खुद को DG बताकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर से ठगे 25 लाख रुपये

राजस्थान के जोधपुर में साइबर क्राइम का एक मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित को डिजिटली अरेस्ट करके 25 लाख रूपये उड़ा लिए। साइबर अपराधियों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का डायरेक्टर जनरल (DG) बताकर ठगी की। शहर की साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है।

Written By : सुनील कुमार साहू | Updated on: September 22, 2024 9:27 pm

Cyber Crime: राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित महामंदिर इलाके से साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बेंगलुरु की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत अंकित देवड़ा (उम्र 30 वर्ष) साइबर ठगी के शिकार हो गए। घटना 19 अगस्त की है, जब ठगों ने अंकित को 3 घंटे तक वीडियो कॉल के जरिए अपने जाल में फंसाए रखा और लगभग 25 लाख रुपये अकांउट से निकाल लिए। यहां तक कि आरोपियों ने पीड़ित  द्वारा लोन लिए गए 19 लाख रुपयों को भी नहीं छोड़ा।

ठगी के लिए साइबर ठगों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का डायरेक्टर जनरल (DG) बताया। इसके अलावा ठगों ने एक और चालाकी  करते हुए पीड़ित युवक अंकित को अपना अकाउंट ब्लॉक करने को बोला, ताकि अंकित को ट्रांजेक्शन के बारे में पता ना चले। महामंदिर थाने की साइबर पुलिस टीम ने अंकित के बयान पर मामला दर्ज कर आरोपियों की  तलाश शुरू कर दी है।

कैसे बनाया Cyber Crime का शिकार

जोधपुर के महामंदिर इलाके में रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित देवड़ा को 19 अगस्त की सुबह 10 बजे एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन उठाते ही दूसरी तरफ से आवाज आई कि मैं मुंबई क्राइम ब्रांच का  डायरेक्टर जनरल (DG) बोल रहा हूं। ठग ने अंकित को डराने के लिए बोला कि मुंबई एयरपोर्ट पर उसके नाम का एक पार्सल पड़ा है, जिसमें तीन क्रेडिट कार्ड, एक लैपटॉप और अवैध ड्रग मिली है। इसलिए अगर उसको इन सब लफड़ो से बचना है तो जैसा वे कहते हैं वैसा करना होगा। डर की वजह से अंकित ने हामी भर दी।

 Cyber Crime की शुरुआत कैसे हुई

सबसे पहले ठग ने अंकित को प्ले स्टोर में मौजूद स्काइप ऐप डाउनलोड करने को कहा और उसके बाद अंकित से पिछले 6 महीने की बैंक स्टेटमेंट की कॉपी मांगने लगा। अंकित ने देने से मना कर दिया, तभी ठग ने उसे डराते हुए बोला कि अगर उसने उसकी बात नहीं मानी तो वह उसे गिरफ्तार कर जेल भिजवा देगा। अंकित इस बात से इतना डर गया था कि वीडियो कॉल के  दौरान स्टेटमेंट की कॉपी निकाल ली। ठग इसी समय का इंतजार कर रहे थे और तभी उन्होंने रिमोट एक्सेस के जरिए अंकित के बैंक स्टेटमेंट का पासवर्ड और आईडी देख कर कॉल कट कर दिया।

अगले दिन 20 अगस्त की दोपहर 1.30 बजे ठगों ने एक झटके में 3 मिनट के भीतर 25 लाख रुपये निकाल लिए और अंकित को इसकी भनक तक नहीं लगी।

ठगी का एहसास कब हुआ

21 अगस्त शाम 5 बजे अंकित को  एक कॉल आया जिसमें बताया गया कि आप साइबर ठगी का शिकार होने वाले हैं, जल्दी से अपना अकाउंट ब्लॉक करवा लीजिए।  इतनी सी बात सुनकर अंकित बहुत डर गया और अपना अकाउंट ब्लॉक करवा दिया। करीब 2 घंटे बाद शाम 7:00 बजे  अंकित अपने अकाउंट का बैलेंस चेक करने की कोशिश कर रहा था लेकिन अकाउंट ब्लॉक होने के चलते वह चेक नहीं कर पाया। तभी उसे ठगी का एहसास हुआ और उसने जल्दी से कस्टमर केयर नंबर पर फोन किया बैलेंस जानने के लिए, तभी अंकित को बताया गया कि  उसके बैंक से कल  तीन बार ट्रांजेक्शन हुई । जिससे कुल मिलाकर 25 लाख रुपये उसके अकाउंट से उड़ा लिए गए, जिसमें 19 लाख रुपये का लोन भी शामिल था।

महामंदिर थाने में मामला दर्ज

ठगी का एहसास होने के बाद अंकित ने तुरंत नजदीकी महामंदिर थाने में मामला दर्ज कराया।

यह भी पढ़ें :-

Cyber Fraud गैंग के तीन गिरफ्तार, शेयर बाजार से अच्छे रिटर्न के नाम पर करते थे ठगी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *