दिल्ली विधानसभा चुनाव : केजरीवाल बोले-आम आदमी पार्टी अकेले लड़ेगी

आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेसकांफ्रेंस में इसकी घोषणा कर दी। उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 8 फरवरी से पहले होना तय है।

Written By : रामनाथ राजेश | Updated on: December 1, 2024 11:51 pm

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को दिल्ली की सभी विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपनी मजबूत स्थिति को देखते हुए आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस निर्णय को हरियाणा चुनाव में हुए अपमान का बदला माना जा रहा है।

माना जा रहा है कि राजनीतिक दृष्टि से भी कांग्रेस से साथ समझौता केजरीवाल अपनी पार्टी के हित में नहीं देख रहे हैं। इसका कारण है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की दुर्गति और अन्य विधानसभा उपचुनावों में भी कांग्रेस की पराजय के बाद दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का कोई राजनीतिक लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। वैसे भी आम आदमी पार्टी को दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन का कोई लाभ नहीं होता है। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में आप का कांग्रेस के साथ गठबंधन था लेकिन दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने कब्जा कर लिया।

यहां उल्लेखनीय है कि आप कांग्रेस की नीतियों और नेताओं का ही विरोध कर सत्ता तक पहुंची और उसी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की वजह से जनता के समक्ष आप को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में भाजपा ने तत्कालीन सीएम केजरीवाल के उन तमाम वीडियो जनता को दिखाए जिनमें केजरीवाल कांग्रेस की जमकर आलोचना करते नजर आए थे। केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर चुनावी बिगुल भी फूंक दिया है। कांग्रेस से समझौता नहीं कर वे अब पहले की तरह कांग्रेस के खिलाफ जमकर भाषण दे सकेंगे। केजरीवाल ने दिल्ली में रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस के कोई गठबंधन नहीं करने का और अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की।

दूसरी तरफ कांग्रेस भी दिल्ली में भले की सीटें नहीं जीत पाए लेकिन पूरा जोर लगाने की कोशिश करेगी क्योंकि दिल्ली चुनाव में जीत हार का संदेश पूरे देश में जाता है। कांग्रेस पहले ही अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है।

भारतीय जनता पार्टी हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव में मिली जीत के साथ विभिन्न प्रदेशों में हुए उपचुनावों के नतीजों से उत्साहित है और पूरे जोश के साथ दिल्ली चुनाव में उतरने जा रही है। रविवार को प्रदेश की सारी कमेटियों की बैठक हुई जिसमें दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सभी पहलुओ पर विचार-विमर्श किया गया।

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