North East Delhi लोकसभा सीट का इतिहास
उत्तर पूर्वी दिल्ली(North East Delhi) लोकसभा सीट 2008 में वजूद में आई। 2009 में पहली बार यहां पर लोकसभा का चुनाव हुआ. तब कांग्रेस के जयप्रकाश अग्रवाल ने जीत हासिल की थी। उन्होंने 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी. बीजेपी के बीएल शर्मा को उन्होंने हराया था। 2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर पूर्वी दिल्ली में करीब 23 लाख लोग रहते हैं। यहां पर 17 लाख वोटर्स हैं, इसमें से 9 लाख पुरुष मतदाता और करीब 8 लाख महिला मतदाता हैं।
2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव की एक झलक
2014 के चुनाव में बीजेपी ने यहां से मनोज तिवारी को उतारा। मनोज तिवारी पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए आम आदमी पार्टी के आनंद कुमार को शिकस्त दी। मनोज तिवारी को 1.5 लाख वोटों से जीत मिली थी। इसके बादवर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर पूर्व दिल्ली लोकसभा सीट पर कुल 22,90,492 मतदाता थे, जिन्होंने BJP प्रत्याशी मनोज तिवारी को 7,87,799 वोट देकर जिताया था। उधर, INC उम्मीदवार शीला दीक्षित को 4,21,697 वोट हासिल हो सके थे, इस बार उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित को शिकस्त दी। इस तरह 2019 के चुनाव में भी मनोज तिवारी विजयी हुये।
इस लोकसभा में आती हैं ये विधानसभा सीटें
बुराड़ी
तिमारपुर
सीमापुरी (सुरक्षित)
रोहतास नगर
सीलमपुर
घोंडा
बाबरपुर
गोकलपुर (सुरक्षित)
मुस्तफाबाद
करावल नगर।
कौन हैं मनोज तिवारी
कौन हैं कन्हैया कुमार
कन्हैया कुमार की बात करें तो वह JNU छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं और उनकी गिनती अच्छे वक्ता के रूप में होती है. वह कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं. फरवरी 2016 में, कन्हैया कुमार को दिल्ली पुलिस ने जेएनयू परिसर में एक कार्यक्रम में देशद्रोह (Treason) के आरोप में गिरफ्तार (Arrest) किया था। कुमार ने देश की अखंडता के खिलाफ किसी भी तरह की नारेबाजी से इनकार किया। कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर विपक्षी दलों, शिक्षकों, छात्रों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उनकी गिरफ़्तारी के विरोध में JNU के छात्र हड़ताल पर चले गये थे। जेल से रिहा होने पर JNU में अपने भाषण के बाद वे रातों-रात एक जाना पहचाना नाम बन गए।इनके भाषणों में ज्यादातर गरीबों, मजदूरों और महिलाओं की बात रहती है। कन्हैया कुमार ने 2019 के संसदीय चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर बेगुसराय से चुनाव लड़े थे। कुल 2,69,976 वोट और 22.03% वोट शेयर के साथ वह चुनाव हार गए। वह भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरिराज सिंह से 4,22,217 वोटों से हारकर दूसरे स्थान पर रहे ।
खास बात यह है कि इस सीट पर दोनों ही उम्मीदवार पूर्वांचली हैं। (Eastern Region), दोनों ही बिहार के रहने वाले हैं।