नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पद संभालते ही आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधा है। शुक्रवार सुबह उन्होंने AAP और कांग्रेस दोनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो पार्टियां 13 और 15 साल तक सत्ता में रहीं, वे महज एक दिन में उनकी सरकार पर सवाल नहीं उठा सकतीं।
रेखा गुप्ता ने क्या कहा?
पत्रकारों से बातचीत में रेखा गुप्ता ने कहा, “इन्होंने (AAP) खुद 13 साल शासन किया, कांग्रेस ने 15 साल शासन किया। पहले अपने कार्यकाल को देखें, फिर हमसे सवाल करें। हमने शपथ लेने के तुरंत बाद कैबिनेट बैठक की और आयुष्मान भारत योजना को मंजूरी दी, जिसे AAP सरकार ने रोका था।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने पहले ही दिन दिल्ली के लोगों को 10 लाख रुपये का लाभ दिया। अब दिल्ली की चिंता हम करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिल्ली को उसके अधिकार मिलेंगे। AAP को अपने घर की चिंता करनी चाहिए।”
AAP का पलटवार: महिलाओं से वादा पूरा क्यों नहीं हुआ?
AAP की नेता आतिशी ने BJP पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी ने चुनाव से पहले हर महिला को 2,500 रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया था, लेकिन पहले कैबिनेट बैठक में इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। उन्होंने कहा, “मोदी जी और BJP ने कहा था कि सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में महिलाओं को 2,500 रुपये देने की योजना लागू करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।”
चुनाव परिणाम और राजनीतिक समीकरण
BJP ने इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन किया और 70 में से 48 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की। 2015 और 2020 में BJP को केवल 11 सीटें ही मिली थीं। वहीं, AAP की सीटें घटकर 22 रह गईं, जबकि कांग्रेस लगातार तीसरी बार शून्य पर रही।
नई सरकार के फैसले
रेखा गुप्ता ने गुरुवार शाम अपने छह मंत्रियों के साथ पहली कैबिनेट बैठक की, जिसमें आयुष्मान भारत योजना को लागू करने का फैसला लिया गया। इसके अलावा, नई सरकार ने CAG (नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक) की 14 रिपोर्ट्स विधानसभा में पेश करने की बात कही है, जिसमें AAP सरकार के भ्रष्टाचार से जुड़े दस्तावेज हो सकते हैं।
दिल्ली में BJP की सरकार बनने के बाद यह साफ है कि AAP और नई सरकार के बीच घमासान तेज होने वाला है।
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