इन राज्यों में शुरू होगा विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR)
आयोग द्वारा जारी सूची के अनुसार, विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, गोवा, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में शुरू होगी।
यह SIR का दूसरा चरण है। पहले चरण में बिहार में यह प्रक्रिया लागू की गई थी, जिसे आयोग ने सफल बताया है। अब इसे देश के अन्य हिस्सों में विस्तार दिया जा रहा है। देश के 12 राज्यों में SIR का दूसरा फेज अब शुरू हो गया है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि आज रात 12 बजे जो लिस्ट फ्रीज होगी उसी से आगे काम चलेगा.
पूरा कार्यक्रम और समय-सारणी
निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित शेड्यूल के अनुसार—
मुद्रण एवं प्रशिक्षण कार्य : 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025
घर-घर जाकर मतदाता विवरण की जांच और सत्यापन: 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025
ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन: 9 दिसंबर 2025
अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन: 7 फरवरी 2026
इस विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया के तहत लगभग 51 करोड़ मतदाता शामिल होंगे। आयोग का कहना है कि यह 2002 के बाद पहली बार इतनी व्यापक स्तर पर मतदाता सूची का पुनरीक्षण किया जा रहा है।
क्या है उद्देश्य
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि इस बार मतदाता सूची से जुड़ी गलतियों को न्यूनतम करने और नए पात्र मतदाताओं को शामिल करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को अपने विवरण सत्यापित करने और सुधार करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने की दिशा में कदम
आयोग का मानना है कि मतदाता सूची का समय-समय पर गहन पुनरीक्षण लोकतंत्र की बुनियाद को मजबूत करता है। विशेष गहन पुनरीक्षण के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी पात्र नागरिक का नाम सूची से न छूटे और मृत या दोहरे नामों को हटाया जा सके।
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का यह दूसरा चरण निर्वाचन प्रणाली में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इसके पूरा होने के बाद फरवरी 2026 तक अद्यतन मतदाता सूची प्रकाशित कर दी जाएगी, जिसके आधार पर आने वाले चुनाव आयोजित होंगे।
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