EY Company के एम्प्लॉय ने वर्क प्रेशर के चलते दी जान, केंद्र सरकार कर रही है जांच

EY Company में काम कर रही अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल (Anna Sebastian Perayil) की मौत के बाद काम के माहौल पर सवाल उठ रहे हैं। उनकी मां का आरोप है कि काम के तनाव के कारण उनकी बेटी की जान गई। जिसके बाद केंद्र सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

Written By : दीक्षा शर्मा | Updated on: September 20, 2024 12:15 am

EY Company की एम्प्लॉय 26 साल की चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल (Anna Sebastian Perayil) की मौत ने देश में काम करने के माहौल को लेकर नई बहस छेड़ दी है। वह एर्न्स्ट एंड यंग इंडिया (Ernst & Young India) यानी EY कंपनी में काम कर रहीं थीं। उनकी मां का कहना है कि मेरी बेटी की मौत काम के तनाव के कारण हुई है। केंद्र सरकार इस मामले की जांच करा रही है।

केंद्रीय श्रम राज्य मंत्री ने कहा,- हम न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध 

केंद्रीय श्रम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने X पर पोस्ट किया है कि, “अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत से बहुत दुखी हूं। काम करने के माहौल के असुरक्षित और शोषणकारी होने के आरोप लगे हैं। इन आरोपों की गहन जांच चल रही है। हम न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने की थी जांच की मांग

राजीव चंद्रशेखर ने अन्ना की मौत को दुखद और परेशान करने वाला बताया है। उन्होंने EY Company में शोषण करने वाले काम के माहौल के आरोपों की जांच की मांग की। भाजपा नेता ने पोस्ट किया, “यह बहुत दुखद, लेकिन कई स्तरों पर परेशान करने वाला है। मैं भारत सरकार, मनसुख मंडाविया और शोभा करंदलाजे से निवेदन करता हूं कि अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मां द्वारा लगाए गए असुरक्षित और शोषणकारी कार्य वातावरण के आरोपों की जांच की जाए।”

अन्ना की मां अनीता ऑगस्टीन ने EY Company के चेयरमैन को लिखा पत्र

अन्ना की मां अनीता ऑगस्टीन ने EY Company के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि उनकी बेटी की कंपनी में शामिल होने के चार महीने बाद ही मौत हो गई।

अनीता ऑगस्टीन ने लिखा, “मैं वह दुखी मां हूं जिसने अपनी प्यारी बच्ची अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल को खो दिया है। मेरा दिल भारी है,आत्मा टूट गई है, लेकिन मेरा मानना है कि हमारी कहानी शेयर करना जरूरी है ताकि किसी अन्य परिवार को यह पीड़ा न सहनी पड़े, जिससे हम गुजर रहे हैं।”

उन्होंने लिखा, “अन्ना बेहतरीन छात्रा थी। EY में उसकी पहली नौकरी थी। वह ऐसी प्रतिष्ठित कंपनी का हिस्सा बनकर रोमांचित थी। चार महीने बाद ही 20 जुलाई 2024 को मुझे खबर मिली कि अन्ना नहीं रही। वह सिर्फ 26 साल की थी। 6 जुलाई को मैं और मेरे पति अन्ना के सीए दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए पुणे पहुंचे। वह पिछले एक सप्ताह से देर रात (लगभग 1 बजे) अपने पीजी में पहुंचने पर सीने में जकड़न की शिकायत कर रही थी। हम उसे पुणे के अस्पताल ले गए।”

उन्होंने बताया, “मेरी बेटी का ECG सामान्य था। हृदय रोग विशेषज्ञ ने बताया कि वह पर्याप्त नींद नहीं ले रही थी। बहुत देर से खाना खा रही थी। वह डॉक्टर को दिखाने के बाद काम पर जाने पर जोर देती रही। उसने कहा कि बहुत काम है। छुट्टी नहीं मिलेगी। अन्ना देर रात तक काम करती थी। यहां तक कि सप्ताहांत पर भी। उसे सांस लेने का भी मौका नहीं मिलता था। एक बार उसके असिस्टेंट मैनेजर ने उसे रात में एक काम के लिए बुलाया जिसे अगली सुबह तक पूरा करना था। उसे आराम करने का समय नहीं मिलता था। कंपनी के अधिकारियों को जब उसने अपनी चिंताएं बताईं तो जवाब मिला, “तुम रात में काम कर सकती हो, हम सब यही करते हैं।”

मृतक की मां ने पत्र में लिखा, “अन्ना अपने कमरे में बहुत थकी हुई लौटती थी। कभी-कभी तो बिना कपड़े बदले ही बिस्तर पर गिर जाती थी। फिर उसे और रिपोर्ट मांगने वाले मैसेज मिलते थे। वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही थी। समय-सीमा में काम पूरा करने के लिए बहुत मेहनत कर रही थी। हमने उसे नौकरी छोड़ने के लिए कहा, लेकिन वह सीखना चाहती थी। अत्यधिक दबाव उसके लिए बहुत ज्यादा घातक साबित हुआ।”

EY कंपनी के चेयरमैन ने क्या कहा? 

EY कंपनी के चेयरमैन राजीव मेमानी का कहना है कि कंपनी में लगभग 1 लाख एम्‍प्‍लॉई हैं। इसमें कोई शक नहीं कि सभी को मेहनत से काम करना पड़ता है। एना ने हमारे साथ सिर्फ 4 महीने काम किया। उसे भी उतना ही काम अलॉट किया गया जितना किसी और को। हम ये नहीं मानते कि काम के प्रेशर की वजह से अन्ना की जान गई।

 

ये भी पढ़ें: One Nation One Election प्रस्ताव कैबिनेट से हुआ मंजूर, ये आएंगी चुनौतियां

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *