Farmers फिर आंदोलन की राह पर
सभी फसलों पर MSP गारंटी कानून की मांग को लेकर एक बार फिर किसान (Farmers) संगठन आदोलन की राह पर हैं. किसान संगठनों की ओर से 15 अगस्त के दिन पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च का ऐलान किया गया है. ट्रैक्टर मार्च के जरिए दिल्ली कूच का ऐलान किसान संगठनों ने किया है.
आंदोलन को लेकर रणनीति तैयार
सभी फसलों पर एमएसपी की गारंटी के साथ ही दूसरी मांगों को लेकर किसान नेताओं की ओर से आंदोलन का पूरा कार्यक्रम तैयार किया गया है. दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से ट्रैक्टर मार्च के ऐलान के साथ ही 1 अगस्त से 22 सितंबर तक किसान संगठनों की ओर आयोजित किए जाने वाले पूरे कार्यक्रम की घोषणा की गई.
1 अगस्त से विरोध प्रदर्शन होगा शुरू
1 अगस्त को किसान संगठन पूरे देश में केंद्र सरकार का पुतला फूकेंगे. देश के सभी जिला मुख्यालयों पर किसानों का ये प्रदर्शन होगा. किसान नेताओं ने कहा कि 31 अगस्त को आंदोलन के 200 दिन पूरे होंगे और इस मौके पर सभी किसान (Farmers) बॉर्डर पर इकट्ठा होंगे. शंभू बॉर्डर और दूसरे बॉर्डर जब खुलेंगे तब किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे.
26 जनवरी 2021 को किसानों ने किया था दिल्ली कूच
2021 में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर रैली की थी. रैली में हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी. राजधानी दिल्ली में किसान काफी दिनों तक डटे रहे और आखिर में केंद्र की मोदी सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था. कांग्रेस ने बजट पेश किए जाने से एक दिन पहले कहा कि इस बजट में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की घोषणा करने की जरूरत है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सरकार से किसान कर्ज माफी की आवश्यकता का आकलन करने, कृषि कर्ज माफी के लिए एक स्थायी आयोग की मांग की.
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