चीन के लोगों को ठगने वाले गैंग का हुआ पर्दाफाश! निवेश के नाम पर 5 करोड़ ठगे

जोधपुर से ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जोधपुर पुलिस ने 29 अगस्त की देर शाम 6 लड़कों को गिरफ्तार किया, जो क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर पिछले 3 महीने में 5 करोड़ की ठगी कर चुके हैं। गैंग के दो मास्टरमाइंड अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

Written By : सुनील कुमार साहू | Updated on: September 22, 2024 9:24 pm

Gang duped Chinese

राजस्थान का जोधपुर शहर धीरे-धीरे Fraud करने वाले गैंग का अड्डा बन रहा है। पिछले 1 महीने में यहां ठगी की कई वारदातों को अंजाम दिया गया, ताजा मामला जोधपुर के सरदारपुरा इलाके का है। यहां पुलिस ने 29 अगस्त की देर शाम नीट, होटल मैनेजमेंट और एलएलबी करने वाले 6 लड़कों को गिरफ्तार किया। सभी की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच है और यह लड़के   पिछले 3 महीने में 5 करोड़ रुपए की ठगी कर चुके हैं। ठग ज्यादातर चाइनीज लोगों को शिकार(Gang duped Chinese) बनाते थे और संयोग से वह भी चाइनीज बाइनेंस ऐप से ( जो चीन में प्रतिबंधित हो रखा है)। ठगी का संचालन चौपासनी निवासी प्रथम सोनी और बिलाड़ा निवासी  प्रवीण खत्री करते थे। सरदारपुरा पुलिस ठगी करने वाले दो बड़े बदमाशों की तलाश में है जो अभी फरार चल रहे हैं।

 कैसे बनाई गैंग

पुलिस पूछताछ में गैंग के मास्टरमाइंड चौपासनी निवासी प्रथम सोनी और बिलाड़ा निवासी  प्रवीण खत्री ने बताया कि जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में 3 महीने पहले दोनों ने Fraud करने के लिए गैंग बनाई। इन लोगों ने चीन में प्रतिबंधित चाइनीज बाइनेंस ऐप के जरिए  ठगी का प्लान तैयार किया। इस ऐप की खासियत यह है कि क्रिप्टोकरंसी USDT में बड़ी आसानी से निवेश करवाता है। लेकिन Fraud के लिए इनको कई लड़कों की जरूरत थी, जिसके लिए प्रथम और प्रवीण ने  आसपास के कई कॉलेज, स्कूल छात्रों को टेलीग्राम, व्हाट्सएप से जोड़ा और उन्हें जल्दी पैसा कमाने का लालच देकर ठगी के धंधे में शामिल कर लिया।

पकड़े गए आरोपियों के नाम

बिलाड़ा निवासी मोहम्मद आदिल उम्र 20 वर्ष उसने आईटीआई कर रखी है, राजीव गांधी नगर का रहने वाला देव बोहरा उम्र 18 वर्ष होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा है, मेघवालों के बास का रहने वाला रुद्राक्ष उम्र 18 वर्ष 12वीं कक्षा में पढ़ रहा है, जाटों का बास पिचियाक का रहने वाला आर्यन उम्र 19 वर्ष नीट की तैयारी कर रहा है, चौकड़ी खुर्द का रहने वाला मनीष उम्र 19 वर्ष, बोरानाडा इलाके का रहने वाला देव गोयल उम्र 21 वर्ष, एलएलबी सेकंड ईयर का स्टूडेंट है।

कैसे देते थे Fraud को अंजाम

ठगी करने के लिए सबसे पहले गैंग का मास्टरमाइंड प्रवीण डार्क वेब के जरिए  चीन में मौजूद लोगों का डाटा चुराता था और उसके बाद प्रवीण उसी डाटा को गैंग के अन्य साथियों को भेजता ताकि वे लोग दूसरों को अपने जाल में फंसा सके। इसके लिए गैंग चीन में प्रतिबंधित चाइनीज बाइनेंस ऐप का इस्तेमाल करता था। सबसे पहले यह लोग चैट के जरिए सस्ती कीमत पर USDT खरीदने का झांसा देते थे और उसके लिए फर्जी लिंक भी भेजते थे। उसके बाद अगर कोई कस्टमर क्रिप्टो करेंसी खरीदने के लिए पैसे भेजता था, वह पैसा गैंग किराए पर खरीदे गए बैंक अकाउंट में भेज देते थे और उसके बाद नंबर ब्लॉक कर देते । इसी तरह पिछले 3 महीने में 5 करोड़ रुपए की ठगी कर चुके हैं।

कितना कमीशन मिलता था

आरोपियों से पूछताछ के आधार पर जांच अधिकारी विश्राम मीणा  ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड प्रवीण 1 लाख की ठगी पर  गैंग के अन्य मेंबरों को एक हजार देता था।

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