वह मुंबई में रहता है। जिहाद हवलदार ( Jihad Hawaldar) नाम के इस व्यक्ति ने हत्या में अपने हाथ को स्वीकार किया है और बताया है मास्टरमाइंड बांग्लादेश मूल का एक अमेरिकी है जिसका नाम अखतरुजम्मा ( Akhtarujamma) है। उसी ने उसे और तीन और लोगों को न्यू टाउन ( New Town Flat) के फ्लैट में हत्या के लिए कहा था।
हनी ट्रैप फंसा कर मारा
माना जा रहा है कि जांच में हत्या के पीछे गहरा षड़्यंत्र सामने आ सकता है। अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार उन्हें हनी ट्रैप ( Honey Trap) में फंसा कर एक फ्लैट में ले जाया गया। वहां पेशेवर हत्यारों ने जघन्य तरीके से उनकी हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिया। अभी तक हत्या का मकसद सामने नहीं आ पाया है।
इलाज के लिए कोलकाता आए थे
सांसद अनवारुल 12 मई को इलाज के लिए कोलकाता आए थे। वह अवामी पार्टी के सांसद थे। जब कई दिन उनके बारे मे कोई जानकारी नहीं मिली तो बांग्लादेश के गृह मंत्री ने कहा कि उनके सांसद की हत्या की गई है और शव गायब कर दिया गया है। गृहमंत्री का कहना था कि सभी हत्यारे बांग्लादेश के ही है। वहां तीन संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह भी खबर आई थी उनके दोस्त ने ही उनकी हत्या के लिए पांच करोड़ की सुपारी दी थी।
सीसीटीवी से खुला राज
अभी तक पता चला है कि न्यू टाउन की एक महिला उन्हें फुसलाकर अपने फ्लैट में ले गई और वहां सुपारी किलर ने उनकी हत्या की। हत्या के बाद उनकी खाल उतार ली गई और शव के टुकड़े कर के उन्हें हल्दी में लपेट दिया गया जिससे वे सड़े नहीं और लोगों को पता नहीं चले। जिस महिला ने उन्हें फ्लैट में बुलाया वह उनके मित्र की भी परिचित है।
एक महिला और पुरुष के साथ फ्लैट में जाते दिखे
सीआइडी को एक सीसीटीवी फुटेज मिला है जिसमें वह एक महिला और एक पुरुष के साथ फ्लैट में जा रहे हैं। फ्लैट में जाते ही उनकी हत्या कर दी गई। फुटेज में दिख रहा है महिला और पुरुष फिर बाहर आते हैं और अंदर जाते हैं लेकिन उनके साथ सांसद नहीं हैं। जांच में फ्लैट में खून के दाग और प्लास्टिक के बैग मिले हैं जिनमें उनके शव का खुर्दबुर्द किया गया। इसके पहले उनके शरीर के मांस को हड्डी से अलग कर हल्दी में लपेटा गया। इन टुकड़ों को बैग में भर कर अलग अलग जगहों पर फेंका गया। यह भी पता चला है कि हत्यारों ने उनके ही फोन से परिजनों और परिचितों को मैसेज किए कि उन्हें परेशान न किया जाय और वे दिल्ली जा रहे हैं। ये मैसेज उनकी हत्या के बाद भेजे गए जिससे कि लोग उनकी तलाश न करें।
परिचित ने लिखाई थी रिपोर्ट
कोलकाता में वह अपने परिचित गोपाल बिश्वास के घर बड़ानगर में रुके थे। वह 13 मई को तीसरे पहर डाक्टर से मिलने गए क्योंकि उसी समय का एपांइटमेंट था। जाते समय कह गए थे कि वह डिनर तक आ जाएंगे। जब उनके बारे में 17 मई तक कुछ पता नहीं चला तो गोपाल बिश्वास ने पुलिस में उनके गायब होने की रिपोर्ट लिखाई।