पहलगाम:जम्मू और कश्मीर के पहलगाम मे मंगलवार 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। घटना के बाद सेना केहेलीकॉप्टरों को घायल व्यक्तियों की तत्काल इवैक्यूएशन के लिए सेवा में लगाया गया, क्योंकि यह क्षेत्र केवल पैदल या घोड़े पर ही पहुंचा जा सकता है। गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए हैं, जहां वे सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ एक आपातकालीन सुरक्षा समीक्षा बैठक आयोजित करेंगे। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात की, जिन्होंने उन्हें हमले की साइट पर जाने के लिए कहा था।
आतंकी हमले का विवरण
हमले के बाद पहल्गाम के बैसारन घाटी के ऊपरी घास के मैदानों में गोलियों की आवाजें सुनी गईं। गवाहों के मुताबिक आतंकवादी जंगलों से बाहर निकले और गोलीबारी शुरू कर दी।
घटना के तुरंत बाद, अमित शाह ने दिल्ली में अपने घर पर एक बैठक बुलाई, जिसमें इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख तापन डेका, गृह सचिव गोविंद मोहन, सीआरपीएफ प्रमुख ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात और कुछ सैन्य अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बात की।
आतंकी ऑपरेशन और कड़ी सजा की चेतावनी
हमले के दोषियों को पकड़ने के लिए एंटी-टेरर ऑपरेशन शुरू किया गया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि, “पहल्गाम हमले के दोषियों को उनके घृणित कृत्य का बहुत भारी मूल्य चुकाना होगा।”
पहल्गाम, जो अपनी वनस्पति, स्वच्छ झीलों और विस्तृत घास के मैदानों के लिए प्रसिद्ध है, एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और हर साल हजारों पर्यटक यहां आते हैं।
कर्नाटका के रियल एस्टेट व्यवसायी की मौत
हमले में मारे गए व्यक्तियों में कर्नाटका के शिवमोग्गा जिले के एक रियल एस्टेट व्यवसायी भी शामिल थे, जिन्हें उनकी पत्नी और बेटे के सामने गोली मारी गई। इस खबर के बाद, कर्नाटका के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई।
प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी निंदा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सरकार का “आतंकवाद से लड़ने का संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।” प्रधानमंत्री इस समय सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
सुरक्षा समीक्षा और बयान
उमर अब्दुल्ला ने हमले को “अमानवीय और घृणित” करार दिया और कहा कि, “इस हमले के दोषी जानवरों जैसे हैं, जिन्हें किसी भी तरह की सहानुभूति का पात्र नहीं ठहराया जा सकता।”
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हमले के दोषियों को न्याय दिलाने का वादा किया और बताया कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक और अन्य सुरक्षा अधिकारियों से बातचीत की है। उन्होंने पहल्गाम प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। एक घायल पर्यटक को गांव के अस्पताल में भेजा गया है।
आतंकी हमले के प्रभाव और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
यह हमला कश्मीर घाटी में पर्यटन के उच्च मौसम के दौरान हुआ है, जब इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण चल रहे हैं। यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने वाली है और इस बार दो मार्गों से होगी – पहल्गाम मार्ग (48 किमी) और बालताल मार्ग (14 किमी)।
गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर के अपने हालिया दौरे में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की थी, जिसमें उन्होंने जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद के पूर्ण उन्मूलन और घुसपैठ पर शून्य सहनशीलता रखने का आदेश दिया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस कायरतापूर्ण हमले को “कायरता और अत्यधिक निंदा योग्य” करार दिया।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, “इस प्रकार का हिंसा अस्वीकार्य है और इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए।”
भा.ज.पा. के रविंदर रैना ने कहा कि, “इन कायर आतंकवादियों ने बिना हथियारों वाले निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया है, जो कश्मीर घूमने आए थे।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे “मानवता पर एक धब्बा” कहा।
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