भारतीय तोपखाने में शामिल होंगी 400 howitzer artillery
भारतीय सेना (Indian Army ) तोपखानों (Artilary) की शक्ति को बढ़ाने के लिए बड़ा काम करने जा रही है. सेना ने भारतीय कंपनियों से 400 howitzer artillery खरीदने के लिए टेंडर जारी किया है. टेंडर 6,500 करोड़ रुपये का है. भारतीय सेना के इस टेंडर का मकसद ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देना है. इसके लिए सेना अपनी आर्टिलरी रेजिमेंट के लिए 155 mm/52 कैलिबर की टोड गन सिस्टम खरीदना चाहती है, जो हल्की और भविष्य की तकनीकी विकासों के अनुकूल हो. वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के मुताबिक भारतीय कंपनियों से ‘बाय इंडियन-IDDM’ कैटेगिरी के तहत 400, 155-mm 52-कैलिबर टोव्ड आर्टिलरी गन सिस्टम (TAGS) और उनके साथ टोइंग वाहनों की खरीद के लिए एक टेंडर जारी किया गया है.
अडानी सहित चार कंपनियों को मिला है ठेका
आईडीडीएम श्रेणी के तहत जारी टेंडर में चार कंपनियां मानदंडों को पूरा करने में सफल रही हैं। जिन फर्मों को टेंडर मिला है उनमें स्थानीय रक्षा प्रमुख भारत फोर्ज, लार्सन एंड टूब्रो, अडानी और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड शामिल हैं। एक अधिकारी के अनुसार यह खरीद प्रक्रिया स्वदेशी तोपों के साथ मध्यमीकरण की सेना की योजना का हिस्सा है। इस योजना के वर्ष 2042 तक पूरा होने की संभावना है।
माउंटेन गन सिस्टम के लिए भी टेंडर जारी
चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर अपनी आवश्यकताओं के लिए सेना ने माउंटेड गन सिस्टम की खरीद के लिए भी टेंडर जारी किया है। नया टेंडर ‘इंडियन डिजाइन, डेवलप्ड एंड मैन्युफैक्चर्ड’ होवित्जर तोपों के लिए है. जिसका मतलब है कि यह पूरी तरह से भारत में डिज़ाइन, विकसित और निर्मित होगी. इंडियन आर्मी चाहती है कि ये तोपें पुरानी बोफोर्स तोपों की तुलना में हल्की हों और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात करने में आसान हों.
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