बरेली में जमात-ए-रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के नेतृत्व में हजारों लोगों ने ‘आई लव मुहम्मद’ पोस्टरों के साथ मार्च निकाला। प्रशासन से अनुमति न मिलने के बावजूद कोतवाली क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया और पथराव शुरू कर दिया। खबरों के अनुसार, पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया, जिसके बाद बाजार बंद रहे और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। आईजी अजय साहनी ने कहा कि 90-95 फीसद लोग शांतिपूर्वक नमाज अदा कर लौट गए, लेकिन कुछ तत्वों ने अशांति फैलाई।
उन्नाव में भी ‘आई लव मुहम्मद’ जुलूस के दौरान ‘सर तन से जुदा’ जैसे नारे लगे और पुलिस पर पथराव हुआ। पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया। कैसरगंज में 350 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। यह विवाद उत्तराखंड के काशीपुर, गुजरात के गोधरा, महाराष्ट्र के नागपुर और मुंबई तक फैल चुका है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ स्थानों पर वाहनों में तोड़फोड़ और पुलिस पर हमले की घटनाएं भी हुईं।
दरगाह आला हजरत, बरेली ने FIR को धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया, जबकि यूपी के मंत्री अनिल राजभर ने इसे विकास विरोधी मानसिकता करार दिया। सोशल मीडिया पर वायरल रीलों और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी के बयानों ने विवाद को और हवा दी। पुलिस और प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
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