देश दीपावली रोशनी से नहाया, अयोध्या से केदारनाथ तक भक्ति का उल्लास लेकिन दिल्ली में पटाखों से बढ़ा प्रदूषण

देशभर में सोमवार अक्टूबर को दीपावली का पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। अयोध्या से लेकर बदरीनाथ और केदारनाथ तक दीपों की रौशनी और फूलों की सजावट से पूरे भारत का धार्मिक वातावरण आलोकित हो उठा। जहां रामनगरी अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का ऐतिहासिक आयोजन हुआ, वहीं उत्तराखंड के हिमालयी धामों बदरीनाथ और केदारनाथ में भी हजारों दीयों से मंदिरों को सजाया गया।

दीपावली के दिन जगमग करता केदारनाथ मंदिर
Written By : रामनाथ राजेश | Updated on: October 20, 2025 11:53 pm

अयोध्या में सरयू तट पर इस वर्ष नौवें दीपोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 26 लाख दीये जलाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया गया। राम मंदिर परिसर और राम की पैड़ी के घाटों पर दीपों की लड़ी ने पूरा वातावरण दिव्य बना दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और कहा कि यह दीपोत्सव “आस्था की विजय और सांस्कृतिक गौरव का उत्सव” है। लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन किए।

उधर उत्तराखंड के चारधामों में भी दिवाली का उल्लास दिखाई दिया। बदरीनाथ धाम को लगभग 12 हजार दीयों और 12 क्विंटल फूलों से सजाया गया। मंदिर में छप्पन भोग का प्रसाद अर्पित किया गया और भक्तों ने “जय बदरी विशाल” के जयघोष के साथ दीप प्रज्वलित किए। केदारनाथ धाम में करीब 15 हजार दीयों से मंदिर परिसर को रोशन किया गया। ऊँचे हिमालय में बर्फ और दीयों की रोशनी के संगम ने मनमोहक दृश्य प्रस्तुत किया।

देश के अन्य भागों—वाराणसी, जयपुर, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता—में भी दीपों की पंक्तियों और आतिशबाज़ी से दीपावली की रौनक रही। बाजारों में खरीदारी और मिठाइयों की बिक्री ने आर्थिक गतिविधियों को भी गति दी।

हालांकि, दीपावली की इस जगमगाहट के बीच राजधानी दिल्ली में प्रदूषण ने चिंता बढ़ा दी। रातभर आतिशबाजी और धुएं के कारण सोमवार सुबह राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 के पार पहुँच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। कई इलाकों में धुंध और धुएं की चादर छाई रही। विशेषज्ञों ने सांस और आंखों से जुड़ी बीमारियों के खतरे को देखते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।

फिर भी, दीपावली की उमंग ने देश को एक सूत्र में पिरो दिया। श्रद्धा, सजावट और संस्कृति की इस साझा चमक ने भारत के पर्वों की विविधता को एक बार फिर उजागर कर दिया।

ये भी पढ़ें :-चुनावी मुकाबले से पहले ही महागठबंधन के बंधन खुले, 7 सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’, जेएमएम अकेले लड़ेगा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *