ईरान का अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर हमला ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका की ओर से रविवार की रात 3.30 बजे बी टू बमवर्षक विमानों और मिसाइलों से ईरान के तीन परमाणु केंद्रों फोर्डो, इस्फहान और नतांज पर हमले के जवाब के रूप में देखा जा रहा है। इजरायल और अमेरिका ने ये दावा किया था कि ईरान इन तीनों ठिकानों पर परमाणु बम बनाने की तैयारियां कर रहा था।
कतर के दोहा स्थित अमेरिकी एयरबेस पर ईरान ने छह मिसाइलें दागी हैं। हालांकि कतर की तरफ से कहा गया है कि हमले से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। कतर पर हमले के बाद ईरान ने कहा कि अमेरिका ने हमारे ऊपर जितने बम गिराए थे हमने भी उतरने ही मिसाइलें दागी गई हैं। दोहा में अमेरिकी एयरबेस पर हमले से दाेहा में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। ये हमला कतर के दोहा स्थित अल उदेद बेस पर किया गया। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के बाहर विभिन्न देशों में 40 हजार सैनिक तैनात हैं। इस बीच बहरीन ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। कुवैत ने भी अब हवाई उड़ानों पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर हमला तब हुआ है जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि ईरान ने अमेरिका को पहले ही इस हमले की जानकारी दे दी थी। खाड़ी दे देशों में अमेरिका के 9 स्थायी बेस हैं। इनमें कतर का बेस सबसे बड़ा है। अमेरिका में इस बैठक के समाप्त होने के बाद ट्रंप के रुख से ये तय होगा कि अब आगे क्या होगा।
इस बीच पिछले 12 घंटों में ईरान की ओर इजरायल के बीच भीषण जंग जारी है। इजरायल ने 40 विमानों से ईरान के एयरबेसेज पर हमले किए। जबकि ईरान के कई मिसाइलें दागीं इजरायल के शहरों में गिरीं जिनसे जानमाल का बहुत अधिक नुकसान हुआ। इजरायल और ईरान ने अमेरिका से हिसाब बराबर कर लिया है। हिसाब बराबर अमेरिकी सैन्य अड्डे पर कोई हताहत नहीं हुआ है। सीआईए प्रमुख हैं। राष्ट्रपति ट्रंप इस हमले को कैसे देखते हैं ये बात और बढ़ेगी।
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