Kargil Vijay Diwas 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और उन्हें याद किया। उन्होंने कारगिल युद्ध स्मारक नामक एक विशेष स्थान का दौरा किया और 1999 में युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों के प्रति अपना सम्मान दिखाते हुए श्रद्धांजलि पुष्प अर्पित किए। 1999 में हुए कारगिल वॉर (Kargil War) में जवानों ने ऊंचे पर्वत पर बैठे दुश्मनों से लोहा लेते हुए खदेड़ दिया था। प्रधानमंत्री ने कारगिल वॉर मेमोरियल क्लब (Kargil War Memorial Club) में युद्ध स्मारक पर शहीदों को सलामी दी। उन्होंने कहा कि देश के हर व्यक्ति के लिए यह बेहद गर्व का दिन है।
सेना प्रमुख ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को पुष्प अर्पित किए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने से पहले सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (General Upendra Dwivedi) ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को सम्मानित किया। उन्होंने एक विशेष समारोह में सैनिकों को पुष्पांजलि देकर उनके प्रति सम्मान दिखाया।
कारगिल युद्ध के हुए 25 साल पूरे
भले ही भारत ने कारगिल युद्ध जीत लिया था, लेकिन यह बेहद दुखद समय था। कोई भी वॉर सुखद नहीं हो सकता। भारत ने अपनी जीत के बावजूद अपने सैकड़ों जवानों को खो दिया था और उन शहीदों को खोने का दुख आज भी कम नहीं हुआ है।
कारगिल युद्ध स्मारक की सुरक्षा और मजबूत कर दी गई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले कारगिल युद्ध स्मारक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रवेश द्वार से लेकर युद्ध स्मारक तक कई सिक्योरिटी चेकपोस्ट बनाए गए हैं ताकि पीएम की सुरक्षा में कोई चूक न हो। एसपीजी कमांडो ने कारगिल वॉर मेमोरियल की सुरक्षा को अपने कब्जे में ले लिया है।
श्रद्धांजलि समारोह में क्या बोले मोदी
लद्दाख के द्रास में कारगिल विजय दिवस श्रद्धांजलि समारोह के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘पाकिस्तान ने जब भी कोई दुस्साहस किया, उसे हार का सामना करना पड़ा यह देश हमेशा हमारे वीर जवानों का ऋणी रहेगा। यह देश उनका आभारी है। यह मेरा सौभाग्य है कि कारगिल युद्ध के दौरान मैं एक आम देशवासी के रूप में हमारे जवानों के बीच था।”

पीएम मोदी ने भारत के विकास के बारे में चर्चा करते हुए कहा, “चाहे लद्दाख हो या जम्मू-कश्मीर, भारत विकास की राह में आने वाली हर चुनौती को परास्त करेगा। कुछ ही दिनों में, 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को खत्म हुए 5 साल हो जाएंगे। जम्मू-कश्मीर नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है… बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है। दशकों बाद कश्मीर में कोई सिनेमा हॉल खुला है। साढ़े 3 दशक बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया जुलूस निकाला गया है। धरती का स्वर्ग शांति और सद्भाव की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ”
शिंकुन ला सुरंग परियोजना के निर्माण की शुरुआत के लिए पहला पत्थर रखेंगे
आज पूरा देश कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मना रहा है। ऐसे में पीएम मोदी इस खास अवसर पर शिंकुन ला सुरंग का शिलान्यास करेंगे। पीएमओ की ओर से जारी बयान में ये बात कही गई है कि इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद किसी भी मौसम में लेह से संपर्क नहीं टूटा करेगा। यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। इसकी लंबाई 4.1 किमी है। निमू पदुम दारचा रोड पर 15 हजार 800 फीट की ऊंचाई पर इस सुरंग का निर्माण कराया जा रहा है। इस सुरंग के माध्यम से सशस्त्र बलों और अन्य सामान का बिना रुकावट आवागमन सुनिश्चित हो सकेगा।
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