नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच दिल्ली चुनाव से ठीक एक महीने पहले चुनावी सूची में कथित हेरफेर और ‘पूर्वांचल’ के मुद्दे पर तकरार तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा बीजेपी पर बिहार और यूपी के लोगों को ‘फर्जी वोट’ बनाने के लिए लाने का आरोप लगाने के बाद, यह मामला राजनीतिक विवाद का केंद्र बन गया।
इस विवाद के बाद चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को इस मामले की जांच के आदेश दिए। यह कदम तब उठाया गया जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। वर्मा इस बार नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
प्रवेश वर्मा का पलटवार
शुक्रवार को प्रवेश वर्मा ने आप के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं और उनका एकमात्र लक्ष्य अरविंद केजरीवाल को हराना है।
उन्होंने कहा, “आप ने 11 सालों में कुछ नहीं किया। उन्होंने जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। आप ने नौकरियां नहीं दीं। वे हारने से डर रहे हैं।”
आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपों पर वर्मा ने कहा कि उन्होंने केवल अपने क्षेत्र में नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को कंपनियों से मिलवाने की बात कही थी। “मैंने वोट मांगने के लिए ऐसा नहीं किया। अगर कुछ लोगों को नौकरियां मिल जाती हैं, तो केजरीवाल को क्या दिक्कत है?” उन्होंने सवाल किया।
‘पूर्वांचल’ टिप्पणी पर विवाद
अरविंद केजरीवाल के बयान कि बीजेपी ‘फर्जी वोट’ बनाने के लिए बिहार और यूपी के लोगों को ला रही है, ने विरोध प्रदर्शन भड़का दिया। बीजेपी ने इसे पूर्वांचल के लोगों का अपमान करार दिया।
इस पर सफाई देते हुए केजरीवाल ने कहा, “मैंने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी के बहाने पूर्वांचलियों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं। लेकिन उल्टा मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं। अगर कोई पार्टी है जिसने पूर्वांचलियों को सम्मान और गरिमा का जीवन दिया है, तो वह आप है।”
पूर्वांचलियों के लिए विकास पर सवाल
केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि पार्टी ने दिल्ली में रह रहे पूर्वांचलियों के लिए पर्याप्त काम नहीं किया।
उन्होंने कहा, “पूर्वांचल के लोग यहां कच्ची कॉलोनियों में रहते हैं। 2014 से पहले इन कॉलोनियों में रहना मुश्किल था। कोई विकास नहीं हुआ था। इन कॉलोनियों में 90% से ज्यादा लोग पूर्वांचल के हैं। मैं बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि आपने इन झुग्गियों के लिए पिछले 10 सालों में क्या किया?”
चुनाव से पहले बीजेपी और आप के बीच इस नए विवाद ने दिल्ली की राजनीति में गर्माहट ला दी है। जहां आप पूर्वांचल के मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर रही है, वहीं बीजेपी इसे केजरीवाल के खिलाफ हथियार बना रही है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है।
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