Lok Sabha Election 2024 : बिहार में भूमिहारों के गढ़ में फिर कमल खिलेगा या वामपंथ लगाएगा सेंध ?

13 मई को चौथे चरण का चुनाव है । चौथे चरण में बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर मतदान है । दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, मुंगेर और बेगूसराय सीट पर 13 मई को वोट पड़ेंगे । बिहार की इन पांच लोकसभा सीटों में बेगूसराय सीट पर सभी की नजर है ।

भाजपा नेचा गिरिराज सिंह व सीपीआई के उम्मदवार अवधेश राय
Written By : संतोष कुमार | Updated on: May 12, 2024 10:14 am

बीजेपी के गिरिराज सिंह का सीपीआई के अवधेश राय से मुकाबला

बिहार का लेलिनग्राद और मिनी मास्को कहे जाने वाले बेगूसराय में इस बार चुनाव दिलचस्प हो गया है । बेगूसराय सीट पर भगवा पार्टी का सीधा मुकाबला वामपंथ से हो रहा है । 2019 लोकसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले में सीपीआई के कन्हैया कुमार को हराने वाले बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह का इस बार मुकाबला थोड़ा कड़ा हैं ।

क्या है बेगूसराय का सियासी समीकरण

गंगा के किनारे बसे बेगूसराय में विधानसभा की 7 सीटें हैं । बेगूसराय, चेरिया बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघड़ा, मटिहानी, साहेबपुर कमाल और बखरी । बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी के दो , सीपीआई के दो राजद के दो और एक सीट पर जेडीयू का कब्जा है ।

बेगूसराय का जातीय समीकरण

बेगूसराय लोकसभा सीट भूमिहारों का गढ़ है । यहां 5 लाख से ज्यादा भूमिहार वोटर हैं । भूमिहारों के इस गढ़ में 2009 को छोड़ कर हर बार भूमिहार जाति के लोगों का कब्जा रहा है । उसके बाद कुर्मी और कुशवाहा वोटरों की संख्या दो लाख से अधिक है । वहीं यादव मतदाता डेढ़ लाख के से ज्यादा है । इसके अलावा राजपूत और कायस्थ वोटर के साथ ही बड़ी संख्या में दलित वोटर भी चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं ।

भूमिहार वोटों के बंटवारे का फायदा किसे मिलेगा ?

NDA और INDIA गठबंधन से दोनों उम्मीदवार भूमिहार जाति से हैं । भूमिहार वोटों का बंटवारा होने की पूरी संभावना है । ऐसे में मुस्लिम , यादव, दलित,कोयरी, कुर्मी के साथ बनिया समाज का वोट निर्णायक होगा । फिलहाल बेगूसराय में देखना दिलचस्प होगा कि इस बार यहां की जनता फिर से कमल खिलाती है यहां सीपीआई सेंध लगाती  है ।

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