राज्यसभा सीट खोने की परवाह किए बिना कांग्रेस हाईकमान ने रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा को चुनावी मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला पुराने धुरंधर डा. अरविंद शर्मा से है, जो चार बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। पहली बार वे सोनीपत से निर्दलीय जीतकर चर्चा में आए थे। डा. अरविंद शर्मा कांग्रेस की टिकट पर भी दो बार देश की सबसे बड़ी पंचायत तक पहुंच चुके हैं।
अरविंद शर्मा गैर जाट मतों के बल पर बने थे विजेता
पिछली बार 2019 में भी इन्हीं दोनों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था और उसमें अरविंद शर्मा ने गैर जाट मतों के बल पर मामूली अंतर से जीत दर्ज की थी। इस बार यह मुकाबला रोचक होता दिखाई दे रहा है। पिछली बार मोदी की लहर पर सवार होकर अरविंद शर्मा जीते थे तो इस बार प्रदेश में कांग्रेस के मुख्य चेहरे भूपेंद्र हुड्डा की साख भी दांव पर लगी है। यहां से जननायक जनता पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं, लेकिन वे मात्र अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने तक सीमित हैं। इंडियन नेशनल लोकदल ने अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। दीपेंद्र हुड्डा अपने और अपने पिता के कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। दूसरी तरफ, डा. अरविंद शर्मा मोदी की गारंटी पर ही चुनाव लड़ रहे हैं।
हुड्डा परिवार यहां से नौ बार जीता
रोहतक लोकसभा सीट से चौधरी रणबीर सिंह 1952 व 1957, भूपेंद्र सिंह हुड्डा 1991, 96, 98 और 2004 में सांसद रहे। दीपेंद्र हुड्डा 2005, 2009 और 2014 में सांसद बने। दीपेंद्र हुड्डा तीसरी पीढ़ी के नेता हैं, जो यहां से सांसद बने हैं। नौ बार हुड्डा परिवार ही यहां से सांसद बनकर संसद में पहुंचा है।
दीपेंद्र हुड्डा का मजबूत पक्ष ये है कि लगातार 15 वर्ष रोहतक से सांसद रहे, क्षेत्र में आइआइएम और सुपवा जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थान लाने में कामयाब रहे।
ज्यादातर समय लोगों के बीच में रहते हैं, मृदुभाषी होने के साथ-साथ लोगों की पहुंच में हैं। कमजोर पक्ष ये है कि केंद्र में मोदी फैक्टर है और जिला स्तर पर कांग्रेस में संगठन का अभाव है।
2019 लोकसभा के परिणाम कुल प्राप्त मत प्रतिशत
– विजेता भाजपा से डा. अरविंद शर्मा 573,845 47.01
– कांग्रेस दीपेंद्र सिंह हुड्डा 5,66,342 46.4
– जीत का अंतर 7,503 0.61
– कुल मतदान 12,24,994 70.52 प्रतिशत
कुल विधानसभा क्षेत्र : नौ (रोहतक, महम, गढ़ी-सांपला-किलोई, कलानौर, बहादुरगढ़, बादली, बेरी, झज्जर और कोसली)
कुल मतदाता – 18 लाख 63 हजार 973
पुरुष मतदाता – 9 लाख 86 हजार 777
महिला मतदाता – 8 लाख 77 हजार 196
थर्ड जेंडर मतदाता – 21
मतदान केंद्र – 1884
डा. अरविंद शर्मा तीसरी बार मैदान में, ये है मजबूत और कमजोर पक्ष
भाजपा सांसद डा. अरविंद शर्मा रोहतक से तीसरी बार मैदान में हैं। 2019 में भाजपा की टिकट पर यहां से सांसद निर्वाचित हुए। इससे पहले 1999 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था, जिसमें जमानत जब्त हो गई थी। अब 2024 में फिर से भाजपा की टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं। डा. अरविंद शर्मा का मजबूत पक्ष ये है कि भाजपा संगठन का पूरा साथ है और चार बार के सांसद हैं, चुनाव लड़ने का लंबा अनुभव है और समर्पित प्रबंधन टीम के साथ हैं. कमजोर पक्ष एंटी इनकंबेसी है और पांच साल तक जनता के बीच नहीं जाने के आरोप भी हैं। पहरावर की जमीन को लेकर पूर्व सीएम मनोहर लाल और पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर से विवाद भी हो चुका है।