यह विनेश के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है, क्योंकि वह पिछले पांच वर्षों से 53 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। आईये नजर डालते हैं इस बदलाव पर-
विनेश का वजन 53 से 50 किलोग्राम क्यों हुआ?
भारत के लिए कुश्ती का पहला कोटा महिलाओं की 53 किग्रा विनेश की पसंदीदा श्रेणी थी और यह अंतिम पंघाल (Antim Panghal) द्वारा हासिल किया गया था, जिन्होंने 2023 विश्व चैंपियनशिप (World Championships) में कांस्य पदक जीता था। उस समय विनेश सर्जरी से स्वास्थ्य लाभ कर रही थीं, और वापसी पर उन्होंने 50 किग्रा के लिए राष्ट्रीय ट्रायल में भाग लिया: जिसे उन्होंने जीता, इस प्रकार उन्हें इस साल अप्रैल के अंत में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर (Asian Olympic Qualifiers) में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति मिली।
उन्होंने इस भार वर्ग के लिए कैसे क्वालीफाई किया?
सर्जरी के बाद लंबी छुट्टी के बाद यह अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में उनकी वापसी थी। क्वालीफायर में उन्होंने अपने मैच 10-0, 2-0 और 10-0 से जीते, वह काफी प्रभावशाली फॉर्म में दिख रही थी।
क्या उन्होंने पहले 50 किग्रा में प्रतिस्पर्धा की है?
50 किग्रा में उनका आखिरी बड़ा पदक 2018 में आया था जब उन्होंने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था – उसी वर्ष उन्होंने 50 किग्रा वर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण और एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता था।
पेरिस में उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी कौन होंगे?
यूएसए (USA) की सारा हिल्डेब्रांट (Sarah Hildebrandt) 50 किग्रा में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने ओलंपिक कांस्य, साथ ही विश्व चैंपियनशिप में दो रजत और दो कांस्य जीते हैं। मंगोलिया (Mongolia) की डोलगोरजाविन ओटगोनजार्गल (Dolgorjavyn Otgonjargal) सिर्फ 22 साल की हैं और मौजूदा विश्व रजत पदक विजेता हैं। उनके पास एक अतिरिक्त विश्व रजत और कांस्य भी है।
हालाँकि, इस श्रेणी में मुख्य खतरा मौजूदा ओलंपिक चैंपियन और 4 बार की विश्व चैंपियन युई सुसाकी (Yui Susaki) हैं। सुसाकी ने 2015 के बाद से केवल तीन मुकाबले हारे हैं, वे सभी हमवतन युकी इरी (Yuki Irie) से हारे हैं। वह अपने घरेलू खेलों में जापान (Japan) की ध्वजवाहक भी थीं और उन्होंने एक भी अंक गंवाए बिना वहां स्वर्ण पदक जीता।