खबरों के मुताबिक F-7 विमान ने सोमवार को दोपहर बाद 1:06 मिनट पर नियमित प्रशिक्षण के लिए उड़ान भरी और करीब 1 बजकर 30 मिनट पर यह दुर्घटना हो गई। हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस घटना की पुष्टि की है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में धुएं का गुबार और जलता मलबा देखा जा सकता है। विमान दुर्घटना के तुरंत बाद अग्निशमन दल की आठ यूनिटें मौके पर पहुंची और बचाव कार्य में लग गईं।
अभी तक हादसे की असल वजह सामने नहीं आई है। बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं और घायलों को सहायता मुहैया कराने की बात कही है।
बताया जा रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान चीन में निर्मित J-7 लड़ाकू जेट था, जिसे सोवियत संघ के MiG-21 का चीनी संस्करण माना जाता है। चीन ने यह विमान 1960 के दशक में विकसित किया था और लंबे समय तक उसकी वायुसेना का एक जरूरी अंग रहा। इस विमान को कई देशों को निर्यात किया गया था। J-7 अब चलन में नहीं है और कई देश इसे सेवानिवृत कर रहे हैं। चीन से बांग्लादेश ने इस तरह के 16 विमान वर्ष 2011 से 2013 के बीच खरीदे थे। ये फाइटर विमान था जो हवा से हवा में मिसाइलों और लेजर गाइडेड बमों से लैस किया जा सकता था। ये विमान 3000 पाउंड तक के बमों को ले जाने में सक्षम था। ये अलग बात है कि बांग्लादेश इस तरह के विमानों का उपयोग अपनी वायुसेना के पायलटों के प्रशिक्षण के लिए करता है।
इस दुर्घटना के बाद बांग्लादेश में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर अपनी संवेदनाएँ प्रकट की और पड़ोसी मुल्क को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
ये भी पढ़ें – पृथ्वी-2 और अग्नि-1 मिसाइलों का परीक्षण सफल, जानें कैसे बढ़ी भारत की ताकत