UER-II को नेशनल हाइवे-344M (NH-344M) के नाम से भी जाना जाता है। इसे दिल्ली के तीसरे रिंग रोड के रूप में जाना जा रहा है। यह सड़क महिपालपुर (आईजीआई एयरपोर्ट) से अलीपुर (उत्तर दिल्ली) तक फैली हुई है। इसके चालू हो जाने से रोहिणी से गुरुग्राम का सफर महज 25 मिनट में पूरा किया जा सकेगा।
नया रिंग रोड दिल्ली के भीतर ट्रैफिक दबाव को काफी हद तक कम करेगा और एनसीआर के कई शहरों—गुरुग्राम, बहादुरगढ़, सोनीपत और फरीदाबाद—के बीच कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगा।
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह परियोजना दिल्ली और आसपास के लाखों लोगों की जिंदगी आसान बनाएगी। उन्होंने कहा—
“UER-II और द्वारका एक्सप्रेसवे जैसे प्रोजेक्ट दिल्ली और एनसीआर में रहने वाले लोगों को समय की बड़ी बचत देंगे।”
“इससे प्रदूषण घटेगा, ट्रैफिक जाम कम होंगे और दिल्ली की आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी।”
“देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का तेज़ी से विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है। अगले कुछ वर्षों में आधुनिक हाईवे नेटवर्क पूरे भारत की तस्वीर बदल देंगे।”
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि नई सड़कें केवल यात्रा का साधन नहीं हैं, बल्कि विकास के नए द्वार खोलने वाली धमनियां हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि नई सुविधाओं का उपयोग करते समय ट्रैफिक नियमों का पालन करें और पर्यावरण का ध्यान रखें।
क्या होगा फायदा
रोहिणी से गुरुग्राम का सफर 25 मिनट में
दिल्ली के भीतर जाम से राहत
एनसीआर शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी
प्रदूषण और समय दोनों की बचत
https://shorturl.fm/dWYQv
https://shorturl.fm/Y2udg