क्यों भिड़े प्रेमानंद महाराज और प्रदीप मिश्रा ? जानें क्या है विवाद

प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) और पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) के बीच राधारानी को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा है। राधारानी को लेकर प्रदीप मिश्रा के बयान पर प्रेमानंद महाराज बेहद नाराज हो गए थे।

प्रेमानंद जी महाराज और प्रदीप मिश्रा
Written By : दीक्षा शर्मा | Updated on: June 14, 2024 5:32 pm

वृन्दावन के प्रसिद्द  संत प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) के जीवन के प्रति ज्ञान और प्रवचन के वीडियोज़  (Video) अक्सर देखने को मिलते हैं। हाल ही में प्रेमानंद महाराज (Premanand Ji Maharaj ) की एक विडियो बहुत वायरल हो रही है जिसमें वह कथावाचक प्रदीप मिश्रा  (Pradeep Mishra) पर भड़काते नज़र आ रहे हैं।
यह पहला ऐसा वीडियो है जिसमें प्रेमानंद महाराज जी  Premanand Ji Maharaj) गुस्से में बात कर रहे हैं।

क्या है राधा रानी से जुड़ा विवाद ? (Radha Rani Controversy)

प्रदीप मिश्रा और प्रेमानंद जी महाराज  Premanand Ji Maharaj)  के बीच का यह विवाद राधारानी जी के जन्मभूमि को लेकर शुरू हुआ। प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि  राधा रानी बरसाना (Barsana) की रहने वाली नहीं थीं उनका मायका रावल गांव (Raval Village) में था। बरसाना (Barsana) में तो उनके पिता की कचहरी थी जहां वो साल भर में एक बार जाया करती थीं। राधा रानी (Radha Rani) की शादी छाता गांव में हुई थी उनके पति का नाम अनय घोष था उनकी सास का नाम जटिला और ननद का नाम कुटिला था।उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण की 16108 रानियों में राधा का कहीं वर्णन नहीं है।

कथावाचक प्रदीप मिश्रा पर भड़के प्रेमानंद जी महाराज

पंडित प्रदीप मिश्रा की इस बात पर प्रेमानंद जी महाराज (Premanand ji Maharaj) नाराज हो गए और उन्होंने वीडियो जारी कर पंडित प्रदीप मिश्रा को जवाब दिया, ”तुम किस राधा की बात करते हो। अभी राधा को तुम जानते कहां हो, अगर जान जाओगे तो आंसुओं से वार्ता होगी”।

प्रेमानंद जी ने कहा, “वह प्रकट हुईं और सदा प्रकट हैं’, बरसाना गए हो, कभी देखे हो”। वीडियो में प्रेमानंद जी महाराज कड़े लहजे में कहते हैं कि ,” तुम क्या जानते हो? तुम्हें कैसे बताऊं कि राधा जी क्या हैं. तुम कितने ग्रंथ पढ़े हो, सिर्फ चापलूसी संसार वाले को रिझा सकते हो. श्रीजी के बारे में ऐसा मत बोलो, उनकी शक्ति नहीं जानते हो। भोली है, लेकिन उनके सेवक काल है। श्रीजी के बारे में ऐसी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी”।

उन्होंने यहां तक कह दिया था कि तुझे नर्क जाने से कोई नहीं बचा पाएगा।

कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने दिया जवाब

पंडित प्रदीप मिश्रा ने इस विवाद पर कहा कि,” जो कुछ बोलूंगा प्रमाण से बोलूंगा, बिना प्रमाण के कुछ नहीं बोलूंगा। जिस-जिस महाराज को प्रमाण चाहिए, कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham) खुला पड़ा है आ आजो, प्रमाण लेकर जाओ। मुझे वहां के विद्वानों ने कहा कि हम यहां सभा रखेंगे आप पधारे, उसमें अपनी बात रखना। हमारे यहां पत्र आया। हमने भी पत्र के माध्यम से उन्हें सूचना दी कि हम पहुंचेंगे। वहां पर बात करेंगे।”

आगे पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) ने कहा कि,” प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) विद्वत संत हैं । उनके चरणों को दंडवत करता हूं। भारत की भूमि पर और ब्रज में इतने बड़े रसिक संत कोई और नहीं होगा। अगर वो एक फोन कर देते कि प्रदीप तुझे आना है। उनका ये दास दंडवत करता करता उनके चरणों में पहुंचता और उनसे बात करता। मैं उन्हें प्रणाम करता हूं, जिनकी जिव्या पर इस बांवरे का नाम तो आया, कैसे भी आया, कल्याण तो हो गया।”

देशभर में हो रहा पंडित प्रदीप मिश्रा का विरोध

पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) की इस टिप्पणी के बाद में देशभर में उनका विरोध हो रहा है। ब्रज के लोगों ने कई जगह पर उनका पुतला दहन किया है। ब्रजवासियों ने यह भी कहा है कि ब्रज में कहीं भी पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा नहीं होने दी जाएगी।

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