आंधी और आकाशीय बिजली गिरने से सर्वाधिक 22 लोगों की मौत नालंदा जिले में हुई है। बताया जा रहा है कि गुरवार को तेज आंधी के दौरान जिले के नगमा गांव में एक मंदिर के पास एक विशाल पेड़ गिर गया जिसके नीचे दबकर 6 लोगों की मौत हो गई। खबर लिखे जाने तक बचाव कार्य जारी था। उल्लेखनीय है कि नालंदा मुख्यमंत्री का गृह जिला है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना जताते हुए चार लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। आकाशीय बिजली से मौत की सरकारी आंकड़ों के अनुसार सीवान में दो, कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, जहानाबाद और भागलपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को भी आकाशीय बिजली गिरने से राज्य में 13 लोगों की मौत हुई थी। कल बेगूसराय में 5, दरभंगा में 4, मधुबनी में 3 और समस्तीपुर जिले में एक व्यक्ति की मौत वज्रपात की वजह से हुई थी। आज गुरुवार को आंधी,पानी और वज्रपात से 22 लोगों की मौत अकेले नालंदा जिले में हुई है।
मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को भी बारिश होने की भविष्यवाणी की है और मधुबनी, दरभंगा अररिया, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, अररिया, गया, नवादा, नालंदा और पटना के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार और शनिवार को इन जिलों में भारी बारिश हो सकती है। 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और आकाशीय बिजली गिर सकती है। प्रदेश की राजधानी पटना में शाम तक 42.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है हालांकि पटना नगर निगम ने कहीं भी जल जमाव नहीं होने का दावा किया है।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान लोग सतर्क रहें और आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से समय-समय पर जारी सुझावों का पालन करें।
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