दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भाजपा ने शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान कर दिया है। वह गुरुवार को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। पार्टी ने इस फैसले से एक तरफ महिला नेतृत्व को बढ़ावा दिया है, तो दूसरी ओर वैश्य समुदाय को भी साधने की कोशिश की है।
रेखा गुप्ता मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले की रहने वाली हैं, लेकिन उनका परिवार बचपन में ही दिल्ली आ गया था। पेशे से वकील रेखा गुप्ता इससे पहले पार्षद रह चुकी हैं। 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने शालीमार बाग सीट से पहली बार जीत हासिल की और अब सीधे मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच गईं।
भाजपा विधायक दल की बैठक में ओपी धनखड़ और रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में रेखा गुप्ता के नाम की औपचारिक घोषणा की गई। भाजपा को इस चुनाव में बड़ी जीत मिली थी, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर पार्टी में कई नामों पर चर्चा चल रही थी। आखिरकार रेखा गुप्ता को यह जिम्मेदारी सौंपी गई।
रेखा गुप्ता ने विधानसभा चुनाव के नामांकन के दौरान अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया था। उनके हलफनामे के अनुसार:
रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता की सालाना आय उनके मुकाबले काफी ज्यादा है।
रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाने के फैसले को भाजपा के मास्टरस्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है। अब सबकी निगाहें उनके पहले कदमों पर टिकी हैं।
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