इतना टैक्स आया कि सरकार हो गई मालामाल, प्रत्यक्ष कर संग्रह का टूटा रिकार्ड

नई दिल्‍ली : केंद्र सरकार को इस साल टैक्स कलेक्शन से इतना अधिक पैसा आया है जितना इससे पहले कभी नहीं आया था। आर्थिक र्मोचे पर प्रत्‍यक्ष कर संग्रह में 18 फीसद का इजाफा (Net Direct tax collection to increase by 18 percent) हुआ है।

Written By : पी. शंकर | Updated on: May 2, 2024 8:07 pm

समाप्त हुए  वित्‍तीय वर्ष 2023-24 में प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.58 लाख करोड़ रुपये हुआ है जो पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले  करीब 18 फीसदी अधिक है। 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्‍तीय वर्ष 2023-34 में (Net direct tax collection) जिसे हम हिंदी में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह कहते हैं, 17.7 फीसदी बढ़कर 19.58 लाख करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह राशि 16.64 लाख करोड़ रुपये ही थी।

पिछले पांच साल में देखें कैसे (Net direct tax collection)  घटा और बढ़ा :-
2019-20   11,34,706.3
2020-21    9,18,430.5
2021-22    13,63,038.3                 48.41
2022-23   16,64,000.0                  22.13
2023-24    19,58,000.0                  17.70

क्या कहलाता है प्रत्यक्ष कर 

प्रत्यक्ष कर एक ऐसा कर है जो कोई व्यक्ति या संगठन प्रत्यक्ष तौर पर उस संस्था को देता जाता है जो इसे लगाता है यानी अधिरोपित करता है। उदाहरण के लिए एक व्यक्तिगत करदाता, आयकर, वास्तविक संपत्ति कर, व्यक्तिगत संपत्ति कर सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए सरकार को प्रत्यक्ष कर का भुगतान करता है।

कर संग्रह पिछले साल के मुकाबले 17.7 फीसद बढ़ा

वित्‍त मंत्रालय (Finance Ministry) ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि वित्‍त वर्ष 2023-34 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह सालाना आधार पर 17.7 फीसदी बढ़कर 19.58 करोड़ रुपये रहा है। यह राशि अनुमानों से बहुत ज्‍यादा है। मंत्रालय के मुताबिक आयकर और कॉरपोरेट कर संग्रह (Financial year) वित्‍त वर्ष 2023-24 के दौरान बजट अनुमानों से 1.35 लाख करोड़ रुपये (7.40 फीसदी) और संशोधित अनुमानों से 13 हजार करोड़ रुपये अधिक रहा है। इनकी (Direct tax collection) प्रत्यक्ष कर संग्रह में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है।

कुल 3.79 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी

मंत्रालय ने केंद्रीय प्रत्‍यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के आंकड़ों के हवाले से बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह (अनंतिम) 18.48 फीसदी बढ़कर 23.37 लाख करोड़ रुपये हो गया। वहीं, रिफंड के बाद शुद्ध आय 17.7 फीसदी बढ़कर 19.58 लाख करोड़ रुपये रही है। सीबीडीटी (CBDT) ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में कुल 3.79 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है। मंत्रालय के मुताबिक अनंतिम प्रत्यक्ष कर संग्रह (रिफंड को छोड़कर) बजट अनुमान से 7.40 फीसदी और संशोधित अनुमान से 0.67 फीसदी अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान रिफंड (Refund) के समायोजन से पहले प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह (अनंतिम) 23.37 लाख करोड़ रुपये रहा। यह राशि पिछले साल यानी 2022-23 के 19.72 लाख करोड़ रुपये के सकल संग्रह से 18.48 फीसदी अधिक है। वहीं, वित्‍त वर्ष 2023-24 में सकल कॉरपोरेट कर संग्रह (अनंतिम) इससे पिछले वित्‍त वर्ष के 10 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 13.06 फीसदी बढ़कर 11.32 लाख करोड़ रुपये हो गया।

कॉरपोरेट कर संग्रह भी 10.26 फीसद बढ़ा

सीबीडीटी के मुताबिक (Financial year) वित्‍त वर्ष 2023-24 में शुद्ध कॉरपोरेट कर संग्रह (अनंतिम) 9.11 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्‍त वर्ष के 8.26 लाख करोड़ रुपये से 10.26 फीसदी अधिक है। वहीं, इस अवधि में प्रतिभूति लेन-देन कर (अनंतिम) सहित सकल व्यक्तिगत आयकर संग्रह 12.01 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्‍त वर्ष के 9.67 लाख करोड़ रुपये के संग्रह से 24.26 फीसदी अधिक है।

व्यक्तिगत आयकर में (Income  Tax) 25 फीसद से भी ज्यादा का उछाल 
इस दौरान एसटीटी (अनंतिम) सहित शुद्ध व्यक्तिगत आयकर संग्रह 10.44 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 8.33 लाख करोड़ रुपये से 25.23 फीसदी अधिक है। सीबीडीटी (CBDT) ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में 3.79 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए है, जो वित्त वर्ष 2022-23 में जारी किए गए 3.09 लाख करोड़ रुपये के रिफंड से 22.74 फीसदी अधिक है। उल्‍लेखनीय है कि 31 मार्च, 2024 को समाप्‍त वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में इस वित्‍त वर्ष के लिए कर संग्रह 18.23 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था, जिसे बाद में संशोधित कर 19.45 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया। प्रत्यक्ष कर संग्रह के आंकड़े अर्थव्यवस्था में उछाल और व्यक्तियों तथा कॉरपोरेट की आय में वृद्धि को दर्शाते हैं।

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