आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ( Sanjay sinfg) के सख्त कार्रवाई के बयान के बाद अभी तक किसी कार्रवाई के संकेत भी नहीं मिले हैं। संजय सिंह प्रेस कांफ्रेंस के बाद स्वाति मालिवाल से मिलने उनके घर भी गए लेकिन दोनों में क्या बात हुई,यह सामने नहीं आया है। साफ है कि वह स्वाति से मामला खत्म करने के लिए कहने ही गए होंगे। लेकिन ताजा समाचार तो यह है कि बिभव कुमार के खिलाफ कार्रवाई की कौन कहे,वह गुरुवार को लखनऊ में केजरीवाल के साथ देखे गए। साथ में संजय सिंह भी थे।
मुख्यमंत्री की चुप्पी क्यों ?
मारपीट का प्रकरण मुख्यमंत्री आवास ( CM Residence ) में उस समय हुआ जब वह वहां उपस्थित थे। जैसा कि मालिवाल ने पुलिस को दी गई पहली सूचना में बताया था कि मुख्यमंत्री के इशारे पर उनके साथ मारपीट की गई तो मुख्यमंत्री को कुछ न कुछ स्पष्टीकरण देना ही चाहिए था। संजय सिंह ने यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री ने इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लिया है।यदि वह अपनी तरफ से कुछ कहते तो उसका और असर पड़ता।
मालिवाल के मौन साध लेने पर भी सवाल
स्वाति मालिवाल जिस तरह की जुझारू नेता हैं,उसे देखते हुए उनकी चुप्पी भी लोग हजम नहीं कर पा रहे हैं। यदि मामला शांत हो गया है या संबंधित लोगों की शिकवा शिकायतें खत्म हो गई हैं तो भी उन्हें सामने आकर प्रकरण का पटाक्षेप कर देना चाहिए था। लेकिन उनका चुप रहना बताता है कि पानी शांत नहीं हुआ है। आम आदमी पार्टी का कोई भी नेता इस पर कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।
भाजपा ने इसे मुद्दा बनाया
भाजपा को तो चुनाव के दौरान बैठे बिठाये गर्म मुद्दा मिल गया। उसने महिला सुरक्षा का मामला उठा कर आंदोलन करना शुरू कर दिया है। भाजपा के नेता कहते हैं कि मुख्य मंत्री आवास में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं तो दिल्ली में कैसे रहेंगी। पार्टी देाषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है। केंद्रीय महिला आयोग भी इस मामले में क्या कदम उठाता है,यह भी देखने की बात है।
क्या स्वाति मालिवाल को कोई खतरा है ?
स्वाति मालिवाल के पूर्व पति नवीन जयहिंद ( Navin Jaihind) का बयान भी सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि स्वाति को पूरे मामले को स्पष्ट करते हुए सामने आना चाहिए। उनका कहना है कि स्वाति को खतरा है। उनपर हमला अरविंद केजरीवाल के घर में हुआ। सामान्य बात होती तो वह पुलिस को फोन नहीं करतीं। इसलिए केजरीवाल के खिलाफ एफआइआर होनी चाहिए। दिल्ली पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इससे देश में गलत संदेश जा रहा है।