एम्स में चार घंटे मेंडिकल जांच
स्वाति मालिवाल की शिकायत में कहा गया है कि उन्हें थप्पड़ मारा गया, डंडे से मारा गया और पेट मे लात मारी गई। इसके साथ ही दुर्व्यवहार भी किया गया। उन्हें लेकर पुलिस गुरुवार की रात 11 बजे एम्स गई और सुबह तीन बजे तक उनकी जांच हुई। मिली जानकारी के अनुसार ,उनका अल्ट्रासाउंड किया गया और सीटी स्कैन भी। दिल्ली महिला आयोग की सदस्य वंदना सिंह भी इस बीच वहां उपस्थित थीं।
रिपोर्ट में केजरीवाल का नाम नहीं
कल वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के नेतृत्व मे पुलिस दल स्वाति मालिवाल से पूछताछ करने उनके आवास पर गया था। चार घंटे की पूछताछ के बाद उन्होंने अपनी लिखित शिकायत दी जिसके आधार पर विभव कुमार के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई। उसी के बाद स्वाति मालिवाल ने ट्वीट कर कहा कि उनके साथ जो हुआ बहुत बुरा हुआ। केजरीवाल के लिए राहत की बात यह है कि स्वाति की शिकायत में उनका नाम नहीं है जबकि पहले दिन मारपीट की घटना के बाद उन्होंने पीसीआर को जो कॉल की थी उसमें कहा था कि मुख्यमंत्री के उकसाने पर उन्हें मारापीटा गया है।
चार धाराओं में केस दर्ज
एफआइआर आइ्पीसी की धारा 323, 354,506 और 509 के तहत दर्ज की गई है। इसमे मारपीट, महिला की शीलभंग करने का प्रयास,आपराधिक मंशा और अपमानित और हमला करना जैसे अपराध शामिल हैं।
आप नेता संजय सिंह के बयान के बाद भी विभव के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने से राजनीतिक हलके में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है और हद तो यह है कि विभव मुख्य मंत्री के साथ लगातार बने हुए हैं। कल लखनऊ में भी वह उनके साथ थे और प्रेस कांफ्रेंस में स्वाति मालिवाल के बारे में पूछे गए सवाल का संजय सिंह ने जवाब न देकर उसे टाल दिया।
विभव की तलाश में दस टीमें
पुलिस की दस टीमें विभव को तलाश रही हैं। उनके अमृतसर या महाराष्ट्र में होने की संभावना व्यक्त की जा रही हैं। महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन की रैली होनी है जिसमें उनके रहने की संभावना है। पुलिस अपनी जांच में मुख्यमंत्री आवास में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच भी कर सकती है और उस कैब ड्राइवर से पूछताछ करेगी जिससे स्वाति मालिवाल वहां पहुंची थीं। पुलिस मजिस्ट्रेट के सामने स्वाति का बयान भी ले सकती है।