आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालिवाल ( Swati Maliwal) पर हमले के आरोपी विभव कुमार ( Vibhav kumar) को शनिवार को पांच दिन की पुलिस रिमांड ( five day remand) पर दे दिया गया। हालांकि पुलिस ने सात दिन की रिमांड मांगी थी। समझा जाता है कि पुलिस उसे लेकर आज रविवार को मुख्यमंत्री आवास जाएगी और फिर एक बार घटना का सीन रिक्रिएट करेगी। इससे पुलिस समझेगी कि कैसे पूरी घटना हुई। स्वाति मालिवाल को लेकर वह पहले भी सीन रिक्रिएट कर चुकी है। इस बीच पता चला है कि विभव कुमार ने अपना फोन फार्मेट कर दिया है। पुलिस उसका कारण जानना चाहेगी और चैट तथा कॉल आदि डाटा को रिकवर करने का प्रयास करेगी।
सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़
स्वाति मालिवाल ने आज एक्स पर लिखा कि विवेक ने फोन के साथ ही सीसीटीवी के फुटेट ( cctv footage tampered with) के साथ भी छेड़खाड़ की है। यह बात पुलिस के इस बयान से भी प्रमाणित होती है कि घटना के समय के फुटेज नहीं मिले है और उस समय का हिस्सा खाली है। इससे भी पता चलता है कि सीसीटीवी फुटेज से छेड़खाड़ की गई है।
फोन फार्मेट किया
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विभव ने अपना फोन किसी और को दे दिया था जिससे उसकी लोकेशन लुधियाना और मुंबई ( lacation in ludhiyana and Mumbai) में आ रही थी। यह पुलिस को चकमा देने के लिए किया गया। इसी बीच मुंबई में उसे फार्मेट भी कराया गया। शुक्रवार और शनिवार को विभव ने इस शर्त पर पुलिस के सामने आने का प्रस्ताव रखा कि उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। जांच से पता चला कि इस बीच विभव मुख्यमंत्री आवास में ही रहा। विभव ने जिस व्यक्ति को फोन दिया था उसने शुक्रवार की सुबह लुलिधयाना में इसे ऑन किया और शाम को इसकी लोकेशन मुंबई में पाई गई। इससे पुलिस भ्रम में पड़ गई कि वह कहां है।
मेडिकल जांच में चोट के निशान
आम आदमी पार्टी की ओर से सिर्फ सेलेक्टेड क्लिप ही जारी किए जा रहे हैं । उससे यह बताने की कोशिश की जा रही है कि स्वाति के साथ कोई मारपीट नहीं की गई। इस बीच स्वाति की मेडिकल जांच की रिपोर्ट भी सामने आई है जिसमें बताया गया है कि उनके बायें पैर के पिछले हिस्से में तीन गुणे दो सेंमी और दाहिनी आंख के नीचे दो गुणे दो सेमी का चोट का निशान है।
आतिशी बचाव में फिर सामने आईं
मुख्यमंत्री के पीएस विभव कुमार के बचाव में आम आदमी पार्टी की नेता आतिशाी ( Aatishi) फिर सामने आईं और कहा कि दिल्ली महिला आयोग में अवैध नियुक्तियों के संबंध में उनपर चार्जशीट लग चुकी है और सुनवाई पूरी हो गई है। उसका फैसला आना है और निश्चित ही उसमें स्वाति मालिवाल को सजा हो सकती है। उसी से बचने के लिए वह भाजपा के हाथों खेल रही हैं और मुख्यमंत्री को बदनाम करने के लिए उनपर और उनके पीएस पर आरोप लगाए गए हैं।