Thyroid से ऐसे कर सकते हैं बचाव, जानें कुछ घरेलू उपाय

भारत में थायराइड(Thyroid) की बीमारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। Thyroid किसी भी उम्र के लोगो में हो सकती है। हमारी गर्दन के बीच मौजूद एक छोटी सी तितली जैसे दिखने वाली चीज को हम थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland) के रूप में जानते हैं।

Thyroid की समस्या के बचने के घरेलू उपाय
Written By : आकृति पाण्डेय | Updated on: June 13, 2024 9:14 am

यह हमारे अंतःस्रावी तंत्र का एक हिस्सा है और थायरोक्सिन (T4) और ट्राईआयोडोथायोनिन (T3) जैसे थायरॉयड हार्मोन (Hormone) का उत्पादन और रिलीज करके शरीर के कई महत्वपूर्ण (Important) कार्यों को नियंत्रित करता है। यह ग्रंथि(Gland) हमारे बॉडी (Body) के बहुत सारे काम करता है, जैसे पाचन (Metabolism) का ध्यान रखता है, ये हमारे शरीर की  ऊर्जा और विकास को नियंत्रित करता है। हमारे शरीर कितना फैट बनना चाहिए, कितनी मसल्स बननी चाहिए, यह सब कार्य थायराइड का होता है।

थायरॉइड के प्रकार (Types of Thyroid)

थायरॉइड ग्रंथि(Thyroid Gland) विकार के दो प्रकार हैं-

  • अतिसक्रियता (Hyper thyrodism)
  • अल्पसक्रियता (Hypo thyrodism)

अतिसक्रियता (Hyperthyrodism) किसे कहते हैं?

जब थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland) हमारे शरीर में ज्यादा हार्मोन (Hormone) रिलीज करता है तो उसे अतिसक्रियता (Hyperthyrodism) कहते हैं। पुरुषों की तुलना महिलाओं में यह समस्या अधिक देखी जाती है। इसकी पहचान इन परेशानियों से की जा सकती है। थायराइड (Thyroid) जड़ से खत्म करने के उपाय को सही तरीके से काम करने के लिए उसके लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए।

अतिसक्रियता (Hyperthyrodism)  के लक्षण भी इनमें से निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

  • बार-बार पसीना आना।
  • दस्त।
  • घबराहट।
  • मांसपेशियों में कमजोरी।
  • त्वचा का पतला होना।
  • वजन घटना।
  • ज्यादा भूख लगना।
  • ज्यादा गर्मी लगना।
  • नींद ना आना।
  • बेचैनी होना।
    अल्पसक्रियता (Hypothyrodism) के लक्षण ये हो सकते हैं:

    • वजन बढ़ाना।
    • ज्यादा थकान महसूस होना।
    • ज्यादा ठंड लगना।
    • जोड़ों का सूजन आना।
    • त्वचा का रुखा होना।
    • बालों का झड़ना।
    • मासिक धर्म (Menstruation) अनियमित होना।
    • पाचन कमजोर होना।
    • पसीने की कमी।
    • कब्ज।
    • आँखों में सूजन।
    • बार-बार भूलना।
    • ऐसी कई चीजें हैं जिनका रोजाना अपने घरों में खान-पान के रूप में उपयोग कर सकते हैं और आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इन चीजों का प्रयोग थायरॉइड (Thyroid) में बेहद फायदेमंद हो सकता हैं।

    जूस 

    जूस पीना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। थायराइड (Thyroid) के मरीज को रोजाना एक गिलास ताजा मौसमी फलो का जूस पीना चाहिए।

    लौकी (Bottle Guard) का सेवन करें 

    थायराइड (Thyroid) की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट लौकी का जूस पिएं।

    तुलसी(Basil) और एलोवेरा (Aloe vera)

    एक गिलास ताजा पानी में तुलसी की एक दो बून्द और कुछ मात्रा में एलोवेरा जूस डालकर पिएं। इसके बाद आप कुछ देर तक कुछ ना खायें या पियें। रोजाना ऐसा करने से थायराइड(Thyroid) की बीमारी जल्दी ठीक हो सकता हैं।

    गेहूं और ज्वार खाएं (Wheat and Jowar)

    गेहूं का ज्वार आयुर्वेद में थायराइड (Thyroid) की समस्या को दूर करने का बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय है। थायराइड ग्रंथी (Thyroid Gland) को बढ़ने से रोकने के लिए आप गेहूं और ज्वार का सेवन कर सकते हैं।

    धनिया (Coriander) के पत्ते

    धनिया की हरी पत्तियों के इस्तेमाल से थायराइड (Thyroid) को ठीक किया जा सकता है। धनिया की हरी पत्तियों को बारीक़ पीस कर इसकी  चटनी बना लें। इस चटनी को रोजाना एक गिलास पानी में पिए। रोजाना पानी के साथ धनिये की चटनी का सेवन करने से थायराइड (Thyroid) धीरे धीरे कंट्रोल होने लगता है।

    विटामिन ए (Vitamin A)

    थायराइड (Thyroid) के मरीज को अपने भोजन में विटामिन ए (Vitamin A) की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए। Vitamin A थायराइड (Thyroid) को धीरे- धीरे कम करता है। गाजर और हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है।

    काली मिर्च(Black pepper) का सेवन

    थायराइड (Thyroid) के घरेलू उपचार में नियमित रूप से भोजन में थोड़ी मात्रा में काली मिर्च का सेवन करें।

    विटामिन डी (Vitamin D)

    विटामिन डी (Vitamin D)की कमी से भी थायराइड की समस्या हो सकती है। हमें रोजाना कम से कम 10 मिनट धूप में बैठना चाहिए, क्योंकि धूप में रोगों से लड़ने की क्षमता होती है।

    बादाम (Almonds)

    थायराइड (Thyroid) से बचने के लिए बदाम खाना जरूरी है। ये  प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है इसमें मैग्नीशियम भी पाया जाता है जो थायराइड (Thyroid) को कम करने में मदद करता है।

    अदरक(Ginger)

    अदरक मैग्नीशियम (Magnesium) और पोटेशियम (Potassium) जैसे खनिज पदार्थ पाए जाते हैं और यह इन्फ्लेमेशन (Inflammation) से निपटने में मदद करता है। हम अदरक की चाय(Tea) बनाकर पी सकते हैं।

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