भारत में कई लोग अपने मोटापे को लेकर चिंतित हैं, लोग वर्षों जिम करने के बाद ही अपना वजन घटा पाते हैं। जिम और व्यायाम के साथ-साथ उन्हें अपनी डाइट और स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान देना होता है। लोग सोचते हैं कि बिना कुछ डाइट या व्यायाम के ही हम वजन घटा लें। इसी इंतजार को ख़त्म करने के लिए भारत ने एक गेम चेंजिंग अमेरिकी दावा को मंज़ूरी देने में बस एक कदम दूर है। इस इंजेक्शन का नाम माउंजारो (Mounjaro) है। इसमें इस्तेमाल हुई दवा का नाम टिर्जेपेटाइड (Tirzepatide) है, जिसे टाइप-2 डायबिटीज के ट्रीटमेंट में इस्तेमाल किया जाता है। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि यह 72 हफ्तों में मोटापे को 20.9% तक कम कर सकता है।
इंसानी शरीर में दो हार्मोन होते हैं। पहला फोरगट (Foregut) जो शुगर लेवल बढ़ाता है और दूसरा हिंडगट (Hindgut) जो शरीर की अतिरिक्त शुगर जलाकर शुगर लेवल घटाता है। इस से वजन कंट्रोल में रहता है। इस हार्मोन को GLP-1 भी कहा जाता है।GLP-1 हार्मोन डिमाग के हाइपोथैलेमस हिस्से में जाकर उसे एक्टिव करता है। इससे शरीर को भूख का अहसास कम होता है और खाने की इच्छा कम हो जाती है। इससे शुगर नहीं बनती और पहले से जमा चर्बी धीरे-धीरे कम होने लगती है। शरीर में हिंडगट (GLP-1) एक्टिव न हो तो फोरगट तुरंत एक्टिव होकर शुगर लेवल बढ़ाने लगता है। यह इंजेक्शन GLP-1 को एक्टिव करता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
सर्जरी और माउंजारो इंजेक्शन में क्या है बेहतर ?(Tirzepatide)
अगर किसी व्यक्ति का BMI (Body mass index) 38-40 है या वह अत्यधिक मोटा है तो उसे बेरियाट्रिक सर्जरी की जरूरत होती है। जो लोग सर्जरी से डरते हैं, उनके लिए इंजेक्शन अच्छा है। हालांकि इसके रिजल्ट्स सर्जरी का मुकाबला नहीं कर सकते, लेकिन सबसे अच्छी बात यह है कि इस इंजेक्शन का कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
क्या यह इंजेक्शन महंगा है?(Tirzepatide)
भारत में इस इंजेक्शन की कीमत करीब 1500 रुपए के करीब रहने की उम्मीद है। यह इंजेक्शन आपको हर पांच दिन में लेना होगा। यानी हर महीने 9 हजार और साल का 1 लाख 8 हजार रुपए खर्च होगा। बेरियाट्रिक सर्जरी का खर्च 3-4 लाख रुपए होता है। उसके बाद भी दवाएं लेनी होती हैं। सर्जरी से बेहतर ये इंजेक्शन हर व्यक्ति के लिए फ़ायदेमंद होगा।
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