भारत में ट्रेनों के बेपटरी करने (Train Accidents) का खुलासा
ट्रेनों पटरी से उतरने औऱ एक्सीडेंट की घटनाओं के अचानक बढ़ जाने से भारतीय खुफिया एजेंसियों के होश उड़ गए हैं. आम लोगों के साथ ही सुरक्षा एजेंसियां यह सोचने को मजबूर हो गईं हैं कि अचानक देश में ट्रेन एक्सीडेंट की घटनाएं कैसे बढ़ गईं? भारतीय खुफिया एजेंसी को पाकिस्तानी आतंकवादी फरहतुल्लाह घोरी का टेलीग्राम पर एक वीडियो हाथ लगा है. वीडियो में आतंकवादी घोरी ने अपने स्लीपर सेल से दिल्ली, मुंबई और देश के अन्य हिस्सों में बड़े पैमाने पर ट्रेनों को पटरी से उतारने का निर्देश दिया है. इस वीडियो के सामने आने से यह साफ हो गया है कि देश में ट्रेनों को पटरियों से उतारने औऱ एक्सीडेंट (Train Accidents) का पाकिस्तानी कनेक्शन है.खुफिया एजेंसियां इस वीडियो को देखने के बाद हाई अलर्ट पर है.
भारत में अराजकता फैलाना चाहता है आतंकी घोरी
पाकिस्तानी आतंकी ने अपने एजेंटों से भारत के बुनियादी ढांचे को पंगु बनाने के लिए सप्लाई व्यवस्था को निशाना बनाने को कहा है. इसके लिए घोरी कई तरीकों के बारे में विस्तार से बताया है. पाकिस्तानी दहशतगर्द ने पेट्रोल पाइपलाइन, लॉजिस्टिक चेन और सहयोगियों को निशाना बनाने की बात कही है. इसके अलावा रेलवे लाइनों, ट्रांसपोर्ट सिस्टम को भी बाधित करने का निर्देश वीडियो में दिया है. इस आंतकी का उद्देश्य भारत में अराजकता बढ़ाना है.
खुफिया एजेंसियां कर रहीं जांच
भारतीय खुफिया एजेंसियां आतंकवादी फरहतुल्लाह घोरी के इस वीडियो के बाद सतर्क हो गई हैं. सुरक्षा एजेंसियां हाल की कुछ घटनाओं की जांच कर रही है. 23 और 24 अगस्त को वंदे भारत ट्रेन को पटरी से उतारने (Train Accidents) के लिए एक ही स्थान पर सीमेंट के ब्लॉक रखे गए थे. पाकिस्तानी आतंकवादी घोरी के इस तीन मिनट के वीडियो में मुजाहिदीनों से ‘इस्तिहदादी जंग’ या ‘फिदायीन युद्ध’ शुरू करने और हिंदू नेताओं और पुलिस को निशाना बनाने का भी आह्वान किया गया है. खुफिया अधिकारियों ने पुष्टि की कि वीडियो 1-2 सप्ताह से सर्कुलेट हो रहा है.
कौन है फरहतुल्लाह घोरी ?
पाकिस्तान का आतंकी फरहतुल्लाह गौरी को अबू सुफियान, सरदार साहब और फारू के नाम से भी जाना जाता है. 2020 में गृह मंत्रालय ने उसे आतंकवादी घोषित किया है. पाकिस्तानी आतंकी घोरी वर्तमान में देश की खुफिया एजेंसियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है. यह लाहौर से भारत के खिलाफ साजिश रचने का काम करता है. फरहतुल्लाह का नाम साल 2002 में गुजरात के अक्षरधाम मंदिर पर हमले में आया था. हैदराबाद में टास्क फोर्स ऑफिस पर 2005 में हुए आत्मघाती हमले के पीछे भी इसका हाथ था. हाल ही में कर्नाटक के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के साजिशकर्ता के रूप में भी घोरी का नाम आया था.
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