उत्तराखंड के नगर निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 11 में से 10 महापौर सीटों पर जीत दर्ज की। शेष एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने बाजी मारी। यह चुनाव 23 जनवरी को हुए थे, जिसमें 65.4 प्रतिशत मतदान हुआ।
बीजेपी का शानदार प्रदर्शन
उत्तराखंड राज्य चुनाव आयुक्त सुशील कुमार के अनुसार, बीजेपी ने देहरादून, ऋषिकेश, काशीपुर, हरिद्वार, रुड़की, कोटद्वार, रुद्रपुर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और हल्द्वानी की महापौर सीटें जीतीं। वहीं, पौड़ी जिले के श्रीनगर नगर निगम की महापौर सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार अर्चना भंडारी ने जीत हासिल की।
कांग्रेस को झटका
कांग्रेस, जो 2018 के पिछले नगर निकाय चुनावों में दो महापौर सीटें जीतने में सफल रही थी, इस बार पूरी तरह से खाली हाथ रही। नगरपालिका परिषदों में भी कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा, जहां बीजेपी और निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी।
चुनाव में भाग लेने वाले उम्मीदवारों का आंकड़ा
इस बार चुनाव में कुल 5,405 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें 11 महापौर पदों के लिए 72 उम्मीदवार, 43 नगरपालिका परिषद अध्यक्ष पदों के लिए 445 उम्मीदवार और 4,888 उम्मीदवार पार्षद व सदस्य पदों के लिए थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीजेपी के विजयी उम्मीदवारों को बधाई देते हुए कहा, “लोगों ने सक्षम जनप्रतिनिधियों को चुना है। अब इन प्रतिनिधियों का दायित्व है कि वे अपने क्षेत्रों में विकास को गति दें और व्यवस्था को मजबूत बनाएं।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारा उद्देश्य नगर निकायों के माध्यम से स्वच्छ और हरित शहर की अवधारणा को धरातल पर लागू करना है, ताकि राज्य में आने वाले पर्यटक सकारात्मक और प्रेरणादायक अनुभव लेकर लौटें।”
चुनाव में शांति और निष्पक्षता
मुख्यमंत्री ने राज्य चुनाव आयोग को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए धन्यवाद दिया।
‘ट्रिपल इंजन सरकार’ पर भरोसा
चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ के नाम पर वोट मांगे। पार्टी ने दावा किया कि इस सरकार के माध्यम से राज्य में विकास की गति बनी रहेगी।
महापौर विजेताओं की सूची
बीजेपी के विजेताओं में देहरादून से सौरभ थपलियाल, ऋषिकेश से शंभू पासवान, काशीपुर से दीपक बाली, हरिद्वार से किरण जैसवाल, रुड़की से अनीता देवी, कोटद्वार से शैलेंद्र रावत, रुद्रपुर से विकास शर्मा, अल्मोड़ा से अजय वर्मा, पिथौरागढ़ से कल्पना देवला और हल्द्वानी से गजराज बिष्ट शामिल हैं।
इस चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन ने राज्य में उसकी पकड़ को और मजबूत कर दिया है, जबकि कांग्रेस के लिए यह परिणाम एक बड़ा झटका साबित हुआ।
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